प्रहरी संवाददाता/कसमार। मंगलवार को प्रदान संस्था, तेजस्विनी महिला संघ एवं नाबार्ड के संयुक्त तत्वाधान में जरीडीह प्रखंड में संचालित-जरीडीह तेजस एफपीसी एवं कसमार प्रखंड में संचालित-ग्रामीण हरित क्रांति एफपीसी के द्वारा दोनों ही प्रखंडों में अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के तहत ‘मडुआ अनाज जागरूकता सप्ताह’ की शुरुआत की गई।
इस दौरान जरीडीह बीडीओ उज्जवल सोरेन एवं कसमार बीडीओ विजय कुमार ने अपने प्रखंडों से प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर प्रचार के लिए रवाना किया।
इस दौरान प्रदान संस्था के टीम कोऑर्डिनेटर जुबा प्रतिम गोगोई ने कहा कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना-सेंट्रल सेक्टर स्कीम के तहत 10 हजार एफपीओ का गठन करने की योजना है। इसी के तहत दोनों ही प्रखंडों में एफपीसी का गठन किया गया है। उन्होंने मड़ुआ की खेती के बारे में कहा- मड़ुआ की खेती धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है।
मड़ुआ के बहुत फायदे हैं- यह बहुत ही कम पानी, कम लागत में होने वाली फसल है, यह मधुमेह एवं एनीमिया के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद अनाज है। किसानों को इसे लगाने हेतु प्रोत्साहित एवं सहयोग किया जाएगा। महज 250 ग्राम मड़ुआ बीज को 7-10 डिसिमल ज़मीन पर खेती किया जा सकता है।
इसे वृहद् पैमाने पर किसानों तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया। मौके पर जरीडीह में तेजस्विनी महिला संघ की अध्यक्ष गायत्री देवी, बिंदिया सिंह, एफपीसी की अध्यक्ष मीना कुमारी, एफपीसी सीईओ अमित कुमार एवं कसमार में एफपीसी की अध्यक्ष सुनीता टुडू, सचिव उर्मिला देवी, कोषाध्यक्ष विभा कुमारी, एफपीसी सीईओ सूरज कुमार, लाल किशोर और प्रदान संस्था से पुष्कर आर्या, अंकित पाण्डेय, पंचानन महतो, राम कुमार, शैलेन्द्र, शोभा कुमारी आदि उपस्थित रहे।
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