ओएमसीके नियमों की धज्जिया उड़ाती उत्पादक कंपनियां और एजेंसियां
मुश्ताक खान/मुंबई। गुरुवार देर रात एलपीजी रसोई गैस सिलेंडरों के रिसाव के साथ जोरदार धमाके के साथ भयंकर आग लगने की खबर है। दो अलग -अलग रसोई गैस हादसों में कुल आठ लोग झुलसे हैं।
चेंबूर में हुए हादसे में एक ही घर के पांच लोग बुरी तरह झुलस गए, जबकि बचने पहुंचे दो अन्य लोग भी आग की चपेट में आने से बुरी तरह घायल हो गए। वहीं भयंदर पूर्व रामदेव पार्क के राम कृपा बिल्डिंग हादसे में एक युवक के झुलसने की जानकारी मिली है।
बताया जा रहा है कि आयल मार्केटिंग कंपनीस (ओएमसी) के नियमों को तक पर रख कर रसोई गैस (एलपीजी) सिलेंडरों के वितरक और उत्पादकों द्वारा सप्लाई की जाती है। इसका खामियाजा मुंबईकरों को जान जोखिम में डाल कर चुकाना पड़ता है।
एक अनुमान के मुताबिक मुंबई व उपनगरों में पिछले चार पांच वर्षों में किसी भी वितरक (गैस एजेंसी) या उत्पादक कंपनियों द्वारा शेफ्टी क्लिनिक, रसोई गैसों के रख रखाव या उसके उपयोग से संबंधित जनजागृति अभियान नहीं चलाया गया। जिसका नतीजा सामने देखने को मिल रहा है।
गौरतलब है कि देश की सभी एलपीजी गैस उत्पादक संस्थानों और वितरकों को आयल मार्केटिंग कंपनीस (ओएमसी) के नियमों का पालन करने के लिए बाध्य किया गया है। ताकि उपभोगताओं की सुरक्षा की सुरक्षित किया जा सके। इसके मद्देनजर ओएमसी द्वारा शेफ्टी क्लिनिक यानि जनता और उपभोक्ताओं को एलपीजी गैस के उपयोग और उससे सावधानी के लिए जागरूक करना है।
लेकिन माना जा रहा है कि पिछले चार पांच वर्षों से एलपीजी गैस उत्पादक संस्थानों और वितरकों ने शेफ्टी क्लिनिक पर ध्यान ही नहीं दिया। जिसका खामियाजा मुंबईकरों को अपनी जान माल देकर चुकानी पड़ती है। दो अलग -अलग रसोई गैस कांड में कुल 8 लोग बुरी तरह झुलसे हैं, इनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
गुरुवार 1 फरवरी की देर रात हुए एलपीजी गैस कांड में आज से झुलसे लोगों को सायन हॉस्पिटल, चेंबूर के शताब्दी हॉस्पिटल, घाटकोपर के राजावाड़ी हॉस्पिटल और स्थानीय मानिक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इनमें दो की हालत गम्भीर बताई जा रही है। इससे पहले रक्षा बंधन के दौरान धारावी में भी बड़ा धमाका हुआ था, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। यह सब एलपीजी गैस उत्पादक संस्थानों और वितरकों की अनदेखियों का नतीजा है।
Tegs: #LPG-gas-cylinder-explodes-in-chembur-8-burnt
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