प्रहरी संवाददाता/पेटरवार (बोकारो)। भाद्र कृष्णपक्ष चतुर्थी तिथि 31 अगस्त को पेटरवार प्रखंड के हद में विभिन्न इलाकों में श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित कर श्रद्धालुओं द्वारा भक्ति-भाव से पूजा अर्चना की गई।
जानकारी के अनुसार श्रीगणेश पूजनोत्सव के अवसर पर पेटरवार खत्रीटोला स्थित रुकाम मोड़, काली मंदिर परिसर में पांच दिवसीय गणेश पूजा का आयोजन किया गया। यहां 31 अगस्त को अपराह्न चार बजे श्रीगणेश जी की पूजा प्रारंभ हुआ।
आचार्य वीरेंद्र पांडेय एवं समूह द्वारा पूजा एवं संध्या आरती की गई।तदोपरांत रात आठ बजे से वृंदावन धाम से पधारी देवी रत्मामनी द्वारा सारग्रभित प्रवचन किये गये, जिससे श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।
इसी तरह प्रखंड के हद में अंगवाली गांव के मंडपवारी चौक स्थित श्रीगणेश मंदिर में गणपति बप्पा की पूजा विधि विधान से की गई। गांव के ही मिश्रा टोला निवासी बाल मूर्तिकार पियूष कुमार मिश्रा मुख्य यजमान बतौर पूजा बेदी पर विराजमान थे, जबकि आचार्य गौरबाबा ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा का विधान संपन्न कराये।
पूजा मंडप की सजावट बच्चों की टीम द्वारा आकर्षक ढंग से किया गया था। आचार्य गौरबाबा ने देर शाम को श्रद्धालुओं को श्यामंतक मणि की चोरी की कथा सुनाई।
धार्मिक ग्रंथ सुखसागर में वर्णित इस कथा में मणि की चोरी उपरांत भगवान श्रीकृष्ण के ऊपर मिथ्या आरोप लगा था। पूरी कथा को श्रवण करने से यह खुलासा हो जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण निर्दोष थे। श्यामन्तक मणि को चुराने वाला कोई और था। कहते है, आज की शाम चौथ का चंद्रमा देखना वर्जित है। यदि कोई व्यक्ति गलती से देख लिया तो इस कथा के श्रवण मात्र से उसका कलंक मिट जाता है।
गणेश पूजा के अवसर पर यहां सहयोगी पियूष मिश्रा सहित माही मिश्रा, अभिषेक डे, रितांशु मिश्रा, राज मिश्रा, केशव डे, प्रांतिक मिश्रा, देव मिश्रा, प्रमोद मिश्रा, नीतीश यादव, संकेत मिश्रा, उदय मोदक आदि सम्मिलित थे।
237 total views, 1 views today