एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्र के ऑफिसर्स क्लब में सीएमपीएफ विभाग द्वारा 24 जनवरी को लोक अदालत का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार कथारा क्षेत्रीय प्रबंधन के सौजन्य से कर्मचारियों के पेंशन, सीएमपीएफ निबटारा हेतू लोक अदालत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लोक अदालत में मुख्य रूप से सीएमपीएफ रांची रीजन-2 के कमिश्नर आशीष कुमार, सीसीएल मुख्यालय रांची के मुख्य प्रबंधक सुनील कुमार तिवारी, प्रभारी महाप्रबंधक व् क्षेत्र के एसओ माइनिंग विनोद कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन जयंत कुमार सहित कई क्षेत्रीय पदाधिकारी, एसीसी सदस्य उपस्थित थे।
मौके पर उपस्थित एसीसी सदस्यों ने पेंशन, सीएमपीएफ के शीर्ष पदाधिकारियों के समक्ष कहा कि सेवानिवृति के बाद अपनी खून पसीने के गाढ़ी कमाई सीएमपीएफ राशि तथा पेंशन के लिए उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जब परियोजना एवं क्षेत्र से रांची सीएमपीएफ, पेंशन कार्यालय रांची पेपर भेजा जाता है तो त्रुटि बताकर पुनः पेपर वापस कर दिया जाता है।
कहा गया कि पेंशन, सीएमपीएफ निबटारा के लिए क्षेत्र में हर साल लोक अदालत का आयोजन किया जाता है। शिकायतें दर्ज की जाती है, लेकिन सक्रिय रूप से पहल नहीं किया जाता है। अब यह लगता है कि आई वास कार्यक्रम तक ही सीमित रह गया है।
एसीसी सदस्यों द्वारा कहा गया कि कथारा वाशरी में पीके जयसवाल को सीनियर क्लर्क पद से सेवानिवृत्त हुए सात-आठ माह हो चुका है। उन्हें आज तक सीएमपीएफ की राशि नहीं मिला, न ही पेंशन ही सेटलमेंट हुआ। पढ़े लिखे कर्मचारियों को इतनी परेशानी तो अनपढ़ मजदूरों के समक्ष स्थिति क्या होगी समझ सकते हैं।
कार्यक्रम में मृत कर्मचारियों के कई आश्रितों ने भी अपनी-अपनी समस्याओं को रखा। स्वांग वाशरी के मृत कर्मचारी शैलेन्द्र कुमार, कथारा कोलियरी के आशीष चक्रवर्ती, गोविंदपुर के नारायण महतो सहित कई अन्य कर्मचारियों को भी पिछले चार, पांच साल से सीएमपीएफ राशि पाने एवं पेंशन सेटलमेंट के लिए आज तक क्षेत्र से रांची सीएमपीएफ कार्यालय चक्कर लगाना पड़ रहा है।
एसीसी सदस्यों के उपरोक्त समस्याओं पर पेंशन कमिश्नर आशीष कुमार ने कहा कि सेवानिवृत्त के बाद किसी भी कर्मचारियों को अपनी सीएमपीएफ राशि पाने के लिए उन्हें किसी तरह के दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
एसीसी सदस्यों द्वारा भी सेवानिवृत्त कर्मचारियों की शिकायतें रखना उनके अपने विचार हो सकते हैं, परंतु सीएमपीएफ विभाग भी चाहती है कि सेवानिवृति के बाद किसी तरह उन्हें परेशानी न हो।बावजूद इसके विभाग के भी अपने नियम कानून कायदे हैं। विभाग उससे कहीं अलग हटकर काम नहीं कर सकता।
उन्होंने इसके लिए क्षेत्रीय प्रबंधन को अपने कार्यालय के क्लर्कों से सही तरीके से सीएमपीएफ, पेंशन फॉर्म को भरकर सही समय पर सीएमपीएफ कार्यालय रांची भेजने की नसीहत दी। साथ ही कहा कि समस्याओं का निबटारा करवाने का भरसक प्रयास किया जायगा। उन्होंने क्षेत्रीय प्रबंधन को न्यू नॉमिनेशन फॉर्म परियोजना क्षेत्र से भरवाकर रांची भेजवाने को कहा ताकि आगे शिकायत का मौका मिल नहीं सके।
कार्यक्रम के अंत में सीएमपीएफ पेंशन विभाग द्वारा क्षेत्र के 50 कर्मचारियों को सेटलमेंट पेंशन प्रपत्र सौंपा गया। मौके पर एसीसी सदस्यों में बालेश्वर गोप, नेजाम अंसारी, शमसुल हक, पीके विश्वास, बालगोविंद मंडल, नबी हुसैन सहित कई सेवानिवृत कर्मी तथा मृत कर्मियों के आश्रित उपस्थित थे।
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