महिलाओं की सुरक्षा व कल्याण के लिए बनाए गए कानूनों की जानकारी दी
एस.पी.सक्सेना/बोकारो। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव अभियान अंतर्गत एक नवंबर को बाल विकास परियोजना कार्यालय चास ग्रामीण में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इसमें आंगनबाड़ी कर्मी, महिला पर्यवेक्षक आदि शामिल हुए। उक्त जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो की सचिव लूसी सोसेन तिग्गा ने दी।
जागरूकता शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) की सचिव तिग्गा ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों व सुरक्षा के प्रति सदैव सजग रहना चाहिए। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा व उनके कल्याण के लिए बनाए गए विभिन्न कानूनों की जानकारी दी।
उन्होंने महिलाओं के अधिकार, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, डायन प्रथा, नि:शुल्क विधिक सेवा, बाल विवाह, बाल श्रम, शिक्षा का अधिकार, झालसा के विभिन्न जानकारी एवं सरकारी जन कल्याणकारी योजनाओं आदि की विस्तार से जानकारी दी।
दूसरी ओर नालसा, झालसा तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश -सह- अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो प्रदीप कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर एक नवंबर को आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम अंतर्गत बोकारो जिला के हद में चन्द्रपुरा एवं नावाडीह प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
विभिन्न पंचायतों में जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बोकारो के पैनल अधिवक्ताओ एवं पैरा लीगल वालंटियरों द्वारा मोबाइल वैन के साथ घर-घर घूम कर नागरिकों को संविधान द्वारा उनको प्रदत्त कानूनी सहायता, उनको पाने के तरीके, मूल अधिकारों सहित अन्य अधिकार, कर्तव्य, नालसा एवं झालसा द्वारा उनकी सहायता हेतु प्रायोजित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
मौके पर ग्रामीणों के बीच पर्चा का वितरण किया गया। शिविर का आयोजन चन्द्रपुरा प्रखंड के हद में दुग्दा पूर्वी, दुग्दा पश्चिमी, दुग्दा उत्तरी, दुग्दा दक्षिणी एवं करमाटांड़ पंचायत तथा नावाडीह प्रखंड के चिरुडीह पंचायत के विभिन्न ग्रामों में किया गया।
कार्यक्रम के दौरान डीएलएसए सचिव के अलावा सखी वन स्टॉप सेंटर की पैनल अधिवक्ता सुचित्रा रानी हलधर, पीएलबी लक्ष्मी देवी, साथ में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की पर्यवेक्षक, सेविका – सहायिका आदि उपस्थित थी।
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