प्रहरी संवाददाता/पेटरवार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में पेटरवार प्रखंड के अंगवाली में आयोजित श्रीरामचरित मानस नवाहन पारायण महायज्ञ के अष्टम दिवस 26 मार्च की रात्रि प्रसंग में लक्ष्मण शक्तिसेल, मेघनाथ, कुंभकरण बध उपरांत आतातायी रावण की श्रीराम के हाथो मृत्यु का व्याख्यान दिया गया।
मिर्जापुर यूपी से पधारे मानस मार्तंड ज्योतिषाचार्य धर्मराज शास्त्री ने एक औपचारिक भेट में बताया कि रावण प्रतापी व ज्ञानी था। उसे ज्ञात हो गया था कि परम सत्ता के हाथो उसे मरने से ही मुक्ति मिलेगी।इसलिए उसने पत्नी मंदोदरी, भाई विभीषण, कुंभकर्ण के समझाने पर किसी की भी बात नही मानी। अंततः उसकी करनी का फल उसे प्रभु श्रीराम के हाथो मरना पड़ा। अयोध्या से पधारी मानस मंजरी शांति श्रेया ने कहा कि अत्याचारी रावण को मारकर प्रभु श्रीराम ने धरती का बोझ हल्का किया। उन्होंने लंका काण्ड के कई प्रसंगों का वर्णन करते हुए कहा कि मानस के हरेक प्रसंग मानव समाज के लिए कल्याणकारी व प्रेरणा श्रोत है।
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