कारीगरों के कौशल को बढ़ाने के लिए तैयार – नितिन गड़करी
प्रहरी संवाददाता/मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की। लॉन्च के दौरान, उन्होंने पीएम विश्वकर्मा लोगो, टैगलाइन, पोर्टल एक अनुकूलित स्टांप शीट, एक टूल किट ई-बुकलेट और एक वीडियो जारी किया।
प्रधानमंत्री ने 18 लाभार्थियों को विश्वकर्मा प्रमाण पत्र भी वितरित किये। महाराष्ट्र में 5 स्थानों पर राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री नागपुर में आयोजित कार्यक्रम में देवेन्द्र फड़णवीस मुख्य अतिथि थे।
इसी तरह के कार्यक्रम मुंबई, पुणे, नासिक और छत्रपति संभाजीनगर में भी आयोजित किए गए, जहां केंद्रीय रेल, कोयला और खान राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल (मुंबई), महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल (पुणे), केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार (नासिक) और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड (छत्रपति संभाजीनगर) मुख्य अतिथि थे।
गौरतलब है कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में बोलते हुए पारंपरिक कौशल को संरक्षित करने में उनकी भूमिका पर प्रकाश डालते हुए 12 बलुतेदारों की तुलना भगवान विश्वकर्मा से की। उन्होंने पीएम विश्वकर्मा योजना की सराहना की और कहा कि यह हमारे कारीगरों के कौशल को बढ़ाने के लिए तैयार है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पारंपरिक कौशल को नई तकनीक के साथ मिश्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे न केवल इन कौशलों को संरक्षित किया जाएगा बल्कि नए अवसर भी पैदा होंगे और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। मंत्री ने कपड़ा उद्योग के महत्व और विदर्भ की अर्थव्यवस्था में बांस की क्षमता का उल्लेख किया। उन्होंने क्षेत्र को और सशक्त बनाने के लिए विदर्भ में एक कौशल कॉलेज की स्थापना का आह्वान किया।
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