प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। बगोदर प्रखंड के हद में नावाडीह के ग्रामीणों द्वारा बगोदर में पुलिस प्रशासन के खिलाफ लाठी मार्च निकाला गया। नेतृत्व स्थानीय रहिवासी प्रेमेश्वर महतो कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार बीते 6 अप्रैल को ग्रामीणों द्वारा निकाले गये लाठी मार्च के दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया गया। वहीं धनेश्वर महतो हत्याकांड के अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग नही होने से ग्रामीणों में पुलिस कद प्रति काफी आक्रोश देखा जा रहा था।
बताया जाता है कि, नावाडीह के धनेश्वर महतो अपने सहिया के यहां होली के दिन गुरगुरिया टांड गया था। शादी संबंधी बात चल रही थी। वह रात में सहिया के यहां रुक गया। उसी रात उनकी मौत हो गयी। उनका संदिग्ध हालात मे शव सुबह में देखा गया।
इस संबंध में परमेश्वर महतो ने कहा कि हत्या के 1 माह बीतने को चला लेकिन, अब तक अभियुक्तों की गिरफ्तारी प्रशासन के द्वारा नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि धनेश्वर महतो के परिजनों द्वारा बगोदर थाने में घटना के बाद हत्या का मामला दर्ज करवाया गया था, लेकिन अभियुक्तों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
दुसरी तरफ दो दिन बराँय के दैनिक मजदुर अनिल यादव का शव यमुनिया नदी किनारे सुंदिग्ध हलात में मिला। उसमें भी राजनीति हो रही है। इस मामले में भी पुलिस की गंभीरता नही दिख रही है। दलालों के द्वारा मामला को रफा दफा करने के फिराक में है।
वही महुरी के मनवा देवी को एनएच के जमीन अधिग्रहण में लगभग एक करोड़ मिला, लेकिन उसे रास्ते से हटाने के लिए गर्म मांड फेक कर जला दिया गया। इस मामले में भी पुलिस हमलावारों को गिरफ्तार नही कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब महिलाओं ने हाथ में लाठी उठा लिए हैं और अब चुप नहीं बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। लाठी मार्च कार्यक्रम समाप्ति के पूर्व झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनके चित्र पर सभी ग्रामीणों ने बारी बारी से पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दिए।
कार्यक्रम में संदीप जयसवाल, पवन महतो, पूर्व जिला परिषद सदस्य सरिता महतो, पूर्व प्रमुख मुस्ताक अंसारी, कोलेश्वर महतो, पूरण कुमार महतो सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष मौजूद थे।
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