एस.पी.सक्सेना/रांची(झारखंड)। बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्र के विभिन्न कोयला खदानों में प्रबंधकीय लापरवाही के कारण खदान मजदूरों के लिए आवश्यक पीडीएस नहीं है। जबकि मुख्यालय रांची द्वारा पीडीएस मशीन (PDS Machine) खरीद मद में रुपए 8.62 लाख आबंटित है।
जानकारी के अनुसार कथारा क्षेत्र में वर्तमान समय में एक भी पीडीएस मशीन नहीं रहने के कारण खदानों में कार्यरत श्रमिकों के सेहत बुरा असर पड़ रहा है। प्रबंधकीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त मशीन का प्रमुख कार्य खदान क्षेत्र में काम करनेवाले कामगारों खासकर ड्रिलर को उसके शरीर के भीतर प्रदूषण कितना मात्रा में समाहित होता है उसे प्रदर्शित करना है। बताया जाता है कि वर्ष 2013 के बाद से अबतक कथारा क्षेत्र द्वारा एक भी पीडीएस मशीन की खरीद नहीं किया गया है। जबकि कंपनी नियमानुसार एक पीडीएस मशीन छ: से सात वर्ष तक प्रभावी रहता है। उक्त मशीन के नहीं रहने के कारण खान सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा ध्यान आकृष्ट कराया जाता रहा है। बावजूद इसके अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है।
बताया जाता है कि कथारा क्षेत्र के चार कोयला खदानें क्रमश: जारंगडीह, कथारा, स्वांग व् गोबिंदपुर संचालित है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में सीसीएल मुख्यालय रांची द्वारा पीडीएस खरीद मद में 8.62 लाख की राशी आबंटित कर दिया गया। बावजूद इसके अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस वर्ष 31 मार्च के बाद उक्त राशी लेप्स हो जाएगा। इस संबंध में न तो क्षेत्रीय प्रबंधक खनन और न हीं क्षेत्रीय अधिकारी खान सुरक्षा कुछ बताना चाहते हैं। सूत्र बताते हैं कि वर्ष 2020 में मशीन की खरीद का आदेश के बदले में दूसरी मशीन मंगाने की कवायद की गयी थी। जिसमें विभागीय आपत्ति के बाद उसे रद्द कर दिया गया।
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