विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। भाजपा सरकार की श्रम कानून पुनः मजदूरों को गुलाम बना दिया है। उक्त बातें 18 नवंबर को गोमियां प्रखंड के हद में तिलैया असनापानी में श्रमिक नेता इफ्तखार महमूद ने कही।
संयुक्त किसान मोर्चा एवं केंद्रीय श्रमिक संगठनों के संयुक्त आह्वान पर राष्ट्रव्यापी आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी 26 नवंबर को राजभवन रांची में आयोजित महापड़ाव कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मजदूरों और किसानों की संयुक्त बैठक गोमिया प्रखंड के हद में पंचायत सचिवालय तिलैया के असनापानी में आयोजित किया गया। अध्यक्षता स्थानीय रहिवासी बुधन मांझी ने की।
इस अवसर पर ट्रेड यूनियन लीडर एवं झारखंड आंदोलनकारी इफ्तिखार महमूद ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार श्रम कानून में मालिक पक्षी संशोधन कर देश के मजदूरों को पुनः गुलाम बना दिया है। उन्होंने कहा कि संशोधित श्रम कानून को बिना समाप्त किये मजदूरों की सामाजिक और आर्थिक हितों की रक्षा नहीं हो सकती है।
महमूद ने कहा कि वर्तमान केंद्रीय सरकार देशवासियों को धर्म एवं अन्य आधार पर बांट कर शासन चला रही है। मणिपुर विगत कई महीनो से जल रहा हैं और केंद्र सरकार द्वारा मणिपुर को जलता छोड़ दिया गया है।
देश का संविधान और लोकतंत्र इन दोनों को इस सरकार ने फ्लाइट मोड में करके मनमाना कर रही है। किसानों के हितों की बिल्कुल अनदेखी की हुई है। दो से तीन हजार की सहायता राशि के नाम पर जो कुछ दिया जा रहा है, उससे किसानों के जीवन स्तर में कोई सकारात्मक परिवर्तन नहीं हो रहा है।
उन्होंने झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित अखिल भारतीय कार्यक्रम में अधिक से अधिक रहिवासियों को भाग लेने की अपील की। महमूद ने गोमिया प्रखंड के सनापानी, बिरहोरडेरा एवं काशीटांड में बिजली लाइन पहुंचने हेतु अलग से अभियान चलाने का भी बैठक में घोषणा किया।
बैठक को किसान नेता देवानंद प्रजापति, सुभाष मांझी, अनवर रफी, बंधन महतो, बुधन मांझी, दसई रविदास ने संबोधित किया। जबकि, मौके पर बलराम मांझी, महावीर मांझी, रती मांझी, सुखदेव मांझी, बबीता देवी, कुलेश्वरी देवी, रीता देवी सहित दर्जनों गणमान्य मौजूद थे।
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