एस.पी.सक्सेना/रांची(झारखंड)। सीसीएल की पिपरवार उत्खनन विभाग कार्यशाला में 22 जनवरी को एक मजदूर सभा का आयोजन किया गया। सभा में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री रामेंश्वर सिंह फौजी (Rameshwar Singh Fauji) स्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राकोमसं के राष्ट्रीय महामंत्री रामेंश्वर सिंह फौजी ने कहा कि मजदूर हमारी यूनियन की पुंजी है। उनके मान-सम्मान की रक्षा करना मेरी प्रतिज्ञा में शामिल है। उन्होंने कहा कि मजदूर राष्ट्रहित एवं उद्योग हित में अपना जान जोखिम में डाल कर कोयला निकालने का काम करते हैं। प्रबंधन अगर उनके किसी काम नहीं करती है तो उसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मजदूर को प्रबंधन से क्या चाहिए? रहने के लिए ढंग का आवास, चिकित्सा का उचित प्रबंध, बच्चों को उचित शिक्षा का साधन, समय पर पदोन्नति, मजदूरों के मिलनें वाला टीए डीए, मेडिकल बिल, एलटीसी/एलएलटीसी समय पर मिले एवं सेवानिवृति के बाद बिना परेशानी ग्रेच्युटी एवं पीएफ का भुगतान हो जाए।
फौजी ने कहा कि प्रबंधन द्वारा मजदूरों का शोषण का एक मात्र कारण यूनियन है। कई तथाकथित मजदूर नेताओं ने यूनियन को धन कमानें का जरिया बना डाला है। ये मजदूरों का काम कम और अपना झोली ज्यादा भरते हैं। इन्हें चाहिये लोहा, तेल, हाजरी चोरी में कमीशन। रोड सेल, रैक लोडिंग, आउट सोर्सिंग में काम करने वाले से कमीशन। उन्होंने मजदूरों को ऐसे नेता से सचेत रहने की अपील की। फौजी ने कहा कि ट्रेड यूनियन में 90 प्रतिशत भ्रष्ट नेता अपनी पैठ बना चुके हैं। इन्हें हटायें और खुद नेता बने। हमारी यूनियन भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों से समझौता नहीं करेगी। मजदूरों का शोषण करने वालों को कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी युनियन के नेता अगर मजदूरों का कोई काम लेकर जाते हैं तो टेबल पर बैठे किसी ऑफिस के कर्मचारी या अधिकारी ने टाल-मटोल किया तो उसे या तो खुद से ट्रांसफर करवाकर भागना पड़ेगा या नौकरी छोड़ कर भागनी पड़ेगी। भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों को बक्सा नहीं जायेगा चाहे उसे प्रबंधन का या किसी बड़े नेता का बरदहस्त क्यों ना प्राप्त हो। फौजी नें कहा कि आज इंटक और कांग्रेस की देन है कि मजदूरों के बच्चे आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजिनियर एवं बड़े-बड़े पदो पर आसीन हैं। इसका कारण कोयला उद्योग का राष्ट्रीयकरण होना है। केन्द्र सरकार फिर से कोयला उद्योग को निजी हाथों में देना चाहती है। हमे हमेशा लड़नें के लिए तैयार रहना पड़ेगा नहीं तो हम फिर से बंघुआ मजदूर बननें की ओर बढ़ रहे हैं। मजदूरों को चट्टानी एकता बनाये रखना होगा। तभी मजदूर सुरक्षित रह पायेगा। मौके पर उपस्थित सैकड़ो मजदूरों ने करतल ध्वनि से फौजी की बातों का समर्थन किया।
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