फेरीवालों को रोक पाने में नाकाम मनपा, रेल और शहर पुलिस
प्रहरी संवाददाता/मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडेय (Police Commissioner Sanjay Pandey) ने अपने सभी पुलिस स्टेशनों के वरिष्ठ अधिकारियों को आदेश दिया था कि शहर के सभी रेलवे स्टशनों के पूर्व और पश्चिम में फेरीवालों को न बैठने दें।
उन्होंने अदालत के आदेशों के अनुसार यह भी बताया था कि मुंबई के रेलवे स्टेशनों से 150 मीटर के दायरे में फेरी का धंधा लगाने वालों से सख्ती से निबटा जाये। लेकिन यहां तो उल्टी गंगा बह रही है।
कुर्ला पूर्व स्टेशन परिसर में फेरीवालों के जमावड़े के कारण यात्रियों का चलना फिरना दूभर हो गया है। अब तो बारिश के दौरान यात्रियों की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। इस इलाके में एक दो नहीं आधा दर्जन सरकारी एजेंसिया काम कर रहीं हैं। शिकायत करने वालों को ही आरोपी बनाया जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुर्ला पूर्व को पश्चिम से जोड़ने वाली भुयारी मार्ग अब फेरीवालों का अड्डा बन गया है। इस मार्ग पर भी फेरीवालों का ही कब्जा है। बताया जाता है कि करीब दो माह पूर्व एक शिकायत पर कुर्ला पश्चिम पुलिस और मनपा एल वार्ड की कार्रवाई के बाद वहां से फेरीवालों को मनपा और कुर्ला पुलिस ने भगा दिया था।
लेकिन अब कुर्ला पश्चिम और कुर्ला पूर्व में स्टेशन परिसर पूरी तरह फेरीवालों से खचा खच भरा रहता है। बता दें कि भारी बारिश के बावजूद कुर्ला पूर्व में मनपा का एल वार्ड, नेहरू नगर पुलिस, जीआरपी, ट्रैफिक पुलिस और आरपीएफ की मौजूदगी में स्टेशन परिसर में फेरीवालों के जमावड़े के कारण यात्रियों व आम नागरिकों का चलना फिरना मुहाल हो गया है।
गौरतलब है कि स्थानीय नगरसेविका कि शिकायत पर चूनाभट्टी ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई की थी। उक्त कार्रवाई में बड़े-बड़े दावे किये गए थे। और फेरीवालों का माल भी जब्त हुवा था। इसके बाद फिर से कुर्ला पूर्व के फेरीवाले बेखौफ अपना धंधा लगाने लगे हैं। बतादें की कुर्ला पूर्व, पुलिस बीट के चारों तरफ फेरीवालों का कब्जा है।
इसके आलावा स्टेशन के प्लेटफार्म (Station Platform) पर जाने के रस्ते पर भी आरपीएफ और जीआरपी की मौजूदगी में फेरीवालों का तांता लगा रहता है।
छान बिन से पता चला है कि रेलवे और मनपा की जमीन पर फेरी करने वालों से बड़े पैमाने पर वसूली की जाती है। वसूली करने वालों में विभाग (Department) के आलावा कुछ दादा किस्म कस लोग भी शामिल हैं। जो वसूली करने के बाद इन विभागों को हफ्ता का हिस्सा पहुंचते हैं।
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