किन्नरों ने दिया राष्ट्रभक्ति का परिचय
प्रहरी संवाददाता/मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी महानगर मुंबई में पहली बार किन्नर दिवस मनाया गया। अंधेरी पश्चिम में आयोजित समारोह में सभी किन्नरों ने पहले वंदे मातरम् गीत गाया और जय हिंद – जय भारत का नारा लगाकर राष्ट्रभक्ति का परिचय दिया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाज कल्याण मंत्री (Social Welfare Minister) रामदास आठवले थे, पर वह किन्हीं कारणों से कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके।
मिली जानकारी के अनुसार श्री महाशक्ति चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित किन्नर विद्यालय की ओर से किन्नर दिवस का आयोजन किया गया था। ट्रस्ट की संस्थापक रेखा त्रिपाठी, पदाधिकारी राजेश त्रिपाठी और राकेश दुबे, समाज सेविका रंजू झा की विशेष उपस्थिति में हुए किन्नर दिवस कार्यक्रम में किन्नरों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
जिसमें मेंहदी अली, जोया, जन्नत, दलजीत, सरगम, अलीशा, जोरनिया, सुरैया, कायनात, जारा शेख, नायरा खान, रेहाना, आभा, सायरा, छुटकी, परशी, पुर्णिमा तिवारी और शहाबुद्दीन की विशेष भूमिका रही।
इस अवसर पर संस्थापक रेखा त्रिपाठी ने राज्य और केंद्र सरकार (Central Government) से किन्नरों के हितों की रक्षा का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकारों को चाहिए कि वे किन्नरों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ें, ताकि वे भी अपनी जिन्दगी एक आम इंसान की तरह बिता सकें।
किन्नरों के लिए विशेष स्कूल के अलावा अस्पताल (Hospital) की आवश्यकता पर जोर देते हुए रेखा ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में किन्नरों का इलाज करने से डॉक्टर और नर्स कतराते हैं। किन्नरों के साथ हो रहे इस तरह के दुर्व्यवहार के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए रेखा त्रिपाठी ने कहा कि सरकार को किन्नरों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
उनके लिए सरकारी नौकरियां इजाद की जाएं, ताकि वे पढ़ें और नौकरी पाकर एक सामान्य जीवन जी सकें। फिर उन्हें लोगों के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं होगी। रेखा ने बताया कि उन्होंने दो साल पहले वसई में किन्नरों के लिए विद्यालय स्थापित किया।
उनका दावा है कि पूरे देश में किन्नरों के लिए खोला गया उनका विद्यालय एकमात्र और पहला है। केवल महाराष्ट्र ही नहीं अन्य प्रांतों में भी किन्नर विद्यालयों की आवश्यकता है। ताकि देश भर के किन्नर शिक्षा ग्रहण कर सकें।
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