एस. पी. सक्सेना/बोकारो। लापरवाह जन प्रतिनिधियों और उदासीन प्रशासन तंत्र के कारण इन दिनों बोकारो जिला के हद में कथारा-बीटीपीएस मार्ग जानलेवा हो गया है। उक्त मार्ग पर बड़ा गड्ढा बन जाने का खामियाजा उक्त मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों को भुगतना पर रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कथारा मोड़ से महज सौ मीटर की दुरी पर बोकारो थर्मल मार्ग से सटे हनुमान मंदिर के समीप एक हीं जगह सड़क पुरी तरह गड्ढे में तब्दील हो गया है। जिसके कारण अबतक दर्जनों दोपहिया बाईक व् स्कूटर चालक उक्त गड्ढे में गिरकर घायल हो गये हैं।
बताया जाता है कि उक्त गड्ढा में कथारा मोड़ के दुकानों तथा होटलों से निकले नालियों का पानी तथा बारिश का पानी जमा होने के कारण उक्त सड़क यहां काफी खतरनाक हो गया है। ऐसे में उक्त मार्ग से गुजरने वाले खासकर दोपहिया तथा चारपहिया वाहन चालकों को उक्त सड़क में बने गड्ढे की गहराई का अंदाजा नहीं लग पाता है।
जिसके कारण जहां एक ओर दोपहिया वाहन चालक उक्त गड्ढा में गिरकर घायल हो रहे हैं वहीं चारपहिया वाहन उक्त गड्ढे में फंस जा रही है। जब काफी मशक्कत के बाद वाहन को गड्ढा से बाहर निकाला जाता है जिसके कारण उक्त वाहन में टूट फुट हो चुका होता है।
इस संबंध में झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता शमशुल हक, भाजपा नेता राजेश पांडेय, कथारा मोड़ स्थित बी एस सिटी लैब संचालक विनोद कुमार, सीसीएल कर्मी राकेश कुमार, स्थानीय रहिवासी दिगंबर चौधरी सहित दर्जनों रहिवासियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों की लापरवाही, डीवीसी प्रबंधन तथा प्रशासनिक अधिकारियों के उदासीन रवैये के कारण ही उक्त सड़क पर जानलेवा गड्ढा बन गया है।
जो अब जानलेवा बन गया है। रहिवासियों के अनुसार उक्त मार्ग पर दो पेट्रोल पंप के अलावा रेलवे स्टेशन, डीवीसी का बोकारो थर्मल प्लांट सहित सीसीएल की परियोजना संचालित है। जिसके कारण उक्त मार्ग से आवागमन उनकी मजबूरी है।
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