प्रहरी संवाददाता/पेटरवार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में सीसीएल ढोरी क्षेत्रीय प्रबंधन भूमि रैयतों को बरगलाकर फूट डालने के बजाय पूर्व निर्धारित सरकार व न्यायालय के आदेशों का पालन करे, तभी कामयाबी मिलेगी और सबके हित में भी होगा। यह कहना है पिछरी विस्थापित मोर्चा के अग्रणी नेता व आजसू के केंद्रीय सचिव काशीनाथ सिंह का।
विस्थापित नेता सिंह 24 अक्टूबर को पेटरवार प्रखंड के हद में पिछरी के टुंगरी कूल्ही में आयोजित रैयतों की बैठक को सम्बोधित करते हुए रणनीति बना रहे थे।
उन्होंने यह खुलासा किया कि सीसीएल प्रबंधन ‘सीबीएस’ की निर्धारित नीति का पालन न करते हुए भूमि रैयतों में फूट डालकर आसानी से अपना स्वार्थ साधना चाहती है, जो कत्तई संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन हमेशा रैयतों को ठगने का काम किया है। अब यह कदापि संभव नही।
भरी सभा में भुक्तभोगी दीगार परिवार के एक रैयत ने बताया कि उसे नौ हजार रु प्रति डिस्मील व नियोजन का ऑफर प्रबंधन द्वारा दिया गया, जबकि कॉमर्शियल में पूर्व समझौता के तहत 37 हजार मिनिमम तय हुआ है।
आगे कहा कि पंचायत के कुछ तथाकथित दलाल प्रवृति के लोगों के इशारे पर भूमि का सत्यापन भी जैसे तैसे किया गया,जिसमे वास्तविक रैयत पूरी तरह वंचित हैं।
यहां यह निर्णय लिया गया कि आगामी 28 अक्तूबर को बेरमो अंचल कार्यालय में इसके विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया जाएगा तथा आगामी छठ पूजा उपरांत पेटरवार अंचल कार्यालय में सभी रैयत आंदोलित होंगे।
मौके पर काशीनाथ सिंह सहित दिलचंद महतो, कल्याणी सिंह, गोपाल महतो, काली सिंह, निर्मल चौधरी, बालो सिंह, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दिलीप दिगार, कजली देवी, बितनी देवी, रतनी देवी, मेघु सिंह आदि दर्जनों की संख्या में रैयत विस्थापित उपस्थित थे।
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