झारखंड की सभ्यता, संस्कृति और प्रकृति का त्योहार है कर्मा पर्व-मंत्री

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में नावाडीह प्रखंड में 10 सितंबर को आयोजित करमा महोत्सव में झारखंड की संस्कृति और सभ्यता का विशेष महत्व देखने को मिला।

नावाडीह के बिनोद बिहारी महतो ग्रामीण स्टेडियम में आयोजित इस महोत्सव में कुल 210 युवतियों की टीमों ने करमा गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया। करम महोत्सव का उद्घाटन राज्य की महिला, बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा मंत्री बेबी देवी ने किया। इस अवसर पर उनके साथ प्रखंड प्रमुख पुनम देवी, मुखिया संघ के अध्यक्ष विश्वनाथ महतो, प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष वृजलाल हांसदा व् अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

उक्त महोत्सव में भाग लेने वाले प्रतिभागियों में से पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वालों को क्रमशः ₹11हजार, ₹7,000 और ₹5,000 का नकद पुरस्कार दिया गया। शेष 207 ग्रुप को सांत्वना स्वरूप 2 हजार रुपये और बारह साड़ियां दी गईं।

इस अवसर पर मंत्री बेबी देवी ने करमा पर्व की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह पर्व झारखंड की सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। यह हमें प्रकृति के प्रति सम्मान और धर्म-कर्म के प्रति आदर की भावना सिखाता है। उन्होंने कहा कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार माताओं और बहनों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार महिलाओं तथा बच्चियों को मंइयां सम्मान योजना के तहत सम्मानित कर रही है।

करम महोत्सव में क्षेत्र के हजारों युवतियों ने स्टेडियम से पदयात्रा करते हुए शोभायात्रा निकाली। शोभा यात्रा चिरूडीह मोड़, देवी महतो कॉलेज मोड़, सीमाटांड होते स्टेडियम तक पहुंची।

मौके पर मंत्री ने झारखंड की कला और सांस्कृति को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उक्त आयोजन में झामुमो बोकारो जिला सचिव जयनारायण महतो, 20 सूत्री उपाध्यक्ष गणेश महतो और कई अन्य गणमान्य जनों ने भाग लिया।

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