पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने किया सांस्कृतिक मंच का उद्घघाटन
प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला के प्रांगण में 25 फरवरी से 5 मार्च तक चलनेवाले 9 दिवसीय श्रीहरिहरात्मक महायज्ञ को लेकर 25 फ़रवरी को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। इस कलश यात्रा में लगभग ढ़ाई हजार की संख्या में श्रद्धालु महिलाएं शामिल हुईं, जो अपने अपने मस्तक पर पवित्र कलश रख कर चल रही थीं।
जानकारी के अनुसार इस कलश यात्रा में सबसे आगे बाबा हरिहरनाथ रथ पर सवार होकर यात्रा जुलूस का नेतृत्व कर रहे थे। मालूम हो कि इस महायज्ञ के अध्यक्ष स्वयं बाबा हरिहरनाथ हैं। कोई व्यक्ति विशेष नहीं। रथ पर उनकी उत्सव मूर्ति (प्रतिकृति) साथ साथ यात्रा कर रही थी। सड़क किनारे दोनों तरफ खड़े भक्तजन बाबा हरिहरनाथ के उत्सव मूर्ति पर पुष्प वर्षा कर रहे थे। बाबा हरिहरनाथ का जय जयकार और जय श्रीराम के जय घोष भी कलश यात्रा में गूंज रहा था।
बताया जाता है कि हाथी, घोड़े और सजे धजे रथ कलश यात्रा के पहली पंक्ति में चल रहा था, जिनकी शोभा निराली थी। एक खुले रथ पर बिहार प्रदेश उदासीन महामंडल के अध्यक्ष व लोक सेवा आश्रम के व्यवस्थापक संत बाबा विष्णुदास उदासीन उर्फ मौनी बाबा आशीर्वाद देने की मुद्रा में बैठे थे। अलग अलग रथों व गाड़ियों पर भी संतगण सवार थे।
यज्ञ स्थल से कलश यात्रा गज ग्राह चौक से संत रामलखन दास पथ होते हुए काली घाट पहुंचा। यहां कलश यात्रियों ने आचार्यों के मार्ग दर्शन में अपनी कलश में नारायणी नदी का पवित्र जल भरकर आगे की यात्रा आरंभ की। यहां से मीना बाजार, छत्रपति रोड, चिड़िया बाजार होकर यज्ञ स्थल पर पहुंचा। यज्ञ स्थल पर विधि विधान के साथ जल भरे कलशों को स्थापित किया गया।
यज्ञ स्थल के निकट मेला रेल ग्राम में मौनी बाबा के सौजन्य से आयोजित महा भंडारा में कलश यात्रियों सहित हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। स्वयं मौनी बाबा इसकी देखरेख कर रहे थे।
यज्ञ स्थल पर जगद्गुरु गोविंदाचार्य स्वामी गुप्तेश्वर जी महाराज, धर्म जागरण समन्वयक सूबेदार सिंह सहित गणमान्य उपस्थित थे।
सांस्कृतिक मंच का न्यायाधीश ने किया उद्घघाटन
इस अवसर पर पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सुनील कुमार पनवार ने श्रीहरिहरात्मक महायज्ञ के मुख्य सांस्कृतिक मंच का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इस मौके पर सोनपुर डायट के सौजन्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें गणेश वंदना, सरस्वती वंदना के साथ साथ भाव नृत्य की प्रस्तुति की गई। डायट के व्याख्याता डॉ विजयश्री के नेतृत्व में सभी प्रस्तुति काफी प्रभावी रही।
इस मौके पर धर्म जागरण समन्वय सूबेदार सिंह, जगदगुरु रामानुजाचार्य गोविंदाचार्य आचार्य गुप्तेश्वर जी महाराज के साथ साथ हरिहरक्षेत्र जनजागरण मंच के अनिल कुमार सिंह, सतीश प्रसाद साह, कृष्णकांत सिंह, मिथिलेश कुमार, अमरनाथ तिवारी, नकुल सिंह, जय सिंह, मिथिलेश कुमार सिंह, ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह, मानवेंद्र कुमार सिंह सोनू, धर्मेन्द्र सिंह आदि की उपस्थिति देखी गई।
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