आमजन की एकजूटता से लंबे संघर्ष के बाद बड़ी जीत-पूर्व मुख्यमंत्री
सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में सेल के मेघाहातुबुरु स्थित मेघालया गेस्ट हाउस में 12 जुलाई को वार्ता की गयी। वार्ता के बाद संयुक्त यूनियन द्वारा हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की गयी।
जानकारी के अनुसार सेल, बीएसएल प्रबंधन और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नेतृत्व में संयुक्त यूनियन, गुवा के प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधियों तथा मानकी-मुंडाओं के साथ 5 घंटे तक चली लंबी वार्ता के बाद सेल गुवा खदान में पिछले 4 जुलाई से जारी अनिश्चितकालिन स्लो डाउन आंदोलन खत्म करने की घोषणा किया गया।
हड़ताल वापस लिए जाने के बाद 12 जुलाई की पहली पाली से सेलकर्मी व ठेका मजदूर गुवा खदान में आम दिनों की तरह उत्पादन कार्य प्रारम्भ कर दिया है। वार्ता में सेल प्रबंधन व् आंदोलनकारियों के बीच चार सूत्री मांगों को लेकर लिखित समझौता किया गया।
सेल प्रबंधन ने आंदोलनकारियों को लिखित रूप से कहा कि सेल, बीएसएल ने एक नयी कार्यप्रणाली तैयार की है। सेल के भर्ती नीति में संशोधन किया गया है। खदान के आस पास के युवाओं का सेल में नियोजन के लिए सिर्फ वैसे युवा जो आईटीआई प्रशिक्षण के बाद किसी ऐसे लौह अयस्क खदान से अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग किया है, जो किसी एकीकृत इस्पात संयंत्र का अंग हो।
सिर्फ उन्हीं युवाओं को सेल-बीएसएल के खदान में एसीटीटी नियुक्ति में आवेदन के लिए पात्रता दी जाएगी। इसके अलावा, इस संबंध में सूचना स्थानीय रोजगार कार्यालय को भी दी जाएगी। गुवा अयस्क खदान में ठेका श्रमिकों की अनुबंध हेतु गुवा और उसके आसपास रहने वाले स्थानीय रहिवासियों को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया जाएगा।
गुवा अयस्क खदान में ठेका श्रमिकों को समान काम के लिए समान वेतन का मामला पहले से ही जांच के अधीन है। कहा गया कि जांच के बाद इसे लागू किया जाएगा। वार्ता में संयुक्त यूनियन की काफी संख्या में ठेका श्रमिकों को अनुबंधित करने की मांग के संबंध में सेल, बीएसएल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि आवश्यक संख्या में ठेका श्रमिकों को समयानुसार अनुबंधित किया जाएगा। इसके बाद दोनों पक्षों ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया।
वार्ता में शामिल सेल, बीएसएल (बोकारो) के सीजीएम (पीएंडए) हरिमोहन झा, गुवा के सीजीएम कमल भास्कर एवं जेजीओएम के महाप्रबंधक (पीएंडए) श्रीमंत नारायण पंडा के अलावे पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोडा़, मजदूर नेता रामा पांडेय, जयसिंह नायक, पंचम जौर्ज सोय, राजेश कोडा़, रमेश गोप, राजकुमार झा, जिप सदस्य देवकी कुमारी, पंसस भादो टोप्पो, संजय सांडिल, गंगाराम ठठेरा, मानकी लागुडा़ देवगम, मुंडा कानुराम देवगम, मुंडा जामदेव चाम्पिया आदि ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री कोड़ा ने कहा कि गुवा के मजदूरों, संयुक्त यूनियन, जनप्रतिनिधि, मानकी-मुंडा व आम जनता की एकजूटता की वजह से लंबे संघर्ष के बाद बडी़ जीत हुई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के बेरोजगार युवकों को बडे़ पैमाने पर चरणबद्ध तरीके से गुवा खदान प्रबंधन नौकरी और रोजगार देने का कार्य करेगा।
एसीटीटी की बहाली में भी इसी क्षेत्र के शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी में प्राथमिकता देगा, जो पहले नहीं था। उन्होंने कहा कि गुवा के आंदोलन से सेल की मेघाहातुबुरु, किरीबुरु एवं चिड़िया क्षेत्र के बेरोजगारों को भी बहाली में सीधे लाभ आने वाले दिनों में मिलना प्रारम्भ होगा।
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