सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने एमडीओ के विरोध में 18 फरवरी को पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में स्थित सेल खदान में निजीकरण के विरोध जनसंपर्क अभियान चलाया। निजीकरण का विरोध जताते हुए आगामी 20 फरवरी को बृहद रूप से आंदोलन को सफल बनाने के लिए संयुक्त ट्रेड यूनियन द्वारा यह जनसंपर्क अभियान चलाया गया था।
जानकारी के अनुसार यह जनसंपर्क अभियान मोटरसाइकिल रैली निकालकर किया गया। ज्ञात हो कि, गुवा सेल प्रबंधन द्वारा निविदा के आधार पर सेल की खदानों में निजी ठेकेदार से कार्य करवाया जा रहा है। संयुक्त ट्रेड यूनियन नेताओं के अनुसार यह पुरी तरह असंवैधानिक है।
केंद्र सरकार (Central Government) के श्रम मंत्रालय द्वारा ठेका श्रम अधिनियम 1970 के खंड 10 के आधार के अनुसार कोई भी निजी ठेकेदार को खदान में कार्य देना असंवैधानिक घोषित किया गया है। लेकिन सेल गुवा खदान में प्रबंधन द्वारा श्रम मंत्रालय के आदेश का उलंघन किया जा रहा है।
जनसंपर्क अभियान में शामिल श्रमिक नेताओं ने बताया कि निजी ठेकेदार के द्वारा रेजिंग, ड्रीलिंग, ट्रांसपोर्टिंग एवं उत्पादन जैसे कार्य को निविदा के आधार पर कुछ कार्य दिया गया है। कुछ कार्य देने की ओर अग्रसर है। जिसका संयुक्त यूनियन विरोध कर रही है।
इस असंवैधानिक योजना में अविलंब रोक लगाकर श्रम मंत्रालय के आदेश की रक्षा करने में सहायता करने की मांग की गई है।
बताया जाता है कि इस आंदोलन में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा व सांसद गीता कोड़ा भी शामिल है।
जनसंपर्क अभियान के मौके पर विरोध प्रदर्शन करने वाले संयुक्त यूनियन पदाधिकारियों में दुचा टोप्पो, दिलबाग सिंह, अंतर्यामी महाकुड, राजेश कोड़ा, पंचम जॉर्ज सोय, राकेश यादव, पीसी राणा, संजय कैमरून, किशोर सिंह, गुरुचरण करुवा, एस चक्रवर्ती, नेपाल स्वर्णकार, राजेश ठाकुर सहित काफी संख्या में सेल कर्मीगण मौजूद थे।
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