झामुमो उलगुलान ने सीएम का फूंका पुतला

झारखंडीयों को छलने का काम कर रही है हेमंत सरकार-दिगंबर

एस.पी.सक्सेना/बोकारो। झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand mukti morcha) उलगुलान द्वारा साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर की संध्या बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में कथारा मोड़ स्थित बोरिया बस्ती चौक पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका तथा सरकार विरोधी नारे लगाए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला और पुरुष उपस्थित थे।

इससे पूर्व स्थानीय ऑफिसर्स कॉलोनी (Officers Colony) स्थित पार्टी कार्यालय परिसर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए झामुमो उलगुलान के केंद्रीय सचिव दिगंबर महतो ने कहा कि महिला के लिए कई माध्यमों से स्वावलंबी बनाने के लिए स्व रोजगार की व्यवस्था किया गया है।

जिसमें सिलाई बुनाई एवं सीसीएल (CCL)  द्वारा सीएसआर के तहत अनेक योजनाएं संचालित है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पति और पत्नी दोनों को काम करने की जरूरत है।

ताकि इस महंगाई में पुरा परिवार तरक्की कर सके। उन्होंने कहा कि वास्तविक में औरत जात में मर्द का गुण होता है। वह जो ठान ले उसे जरुर पुरा करती है। महिला दुर्गा, काली और सरस्वती होती है।

उन्होंने कहा कि भाजपा को झारखंड की सभ्यता और संसकृति की जानकारी नहीं है। ऐसे में झारखंड अलग राज्य का गठन वर्ष 2000 में पूरा हुआ। जिसके पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी थे। उन्हें राज्य के लोगों के हितों से कोई मतलब नहीं था।

महतो के अनुसार उसके बाद अर्जुन मुंडा, मधु कोड़ा के बाद हेमंत सोरेन की सरकार जो पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं थी। झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में वर्तमान में झारखंड राज्य आन्दोलनकारी शिबू सोरेन (गुरु जी) के बेटे हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने तब वे आदिवासियों के दुख दर्द को समझा।

वही जेएमएम इस सरकार का 29 दिसंबर को 2 वर्ष पूरा होने पर मैथिली, भोजपुरी और मगही भाषा भाषी को नौकरी में छूट की घोषणा की, जो झारखंड के मूल निवासियों के लिए अन्याय पूर्ण निर्णय है। सरकार झारखंडीयों को छलने का काम कर रही है। हम सभी को इसका पुरजोर विरोध करना है।

बोकारो जिलाध्यक्ष रंजीत महतो ने कहा कि झारखंड राज्य अलग का मुख्य उद्देश्य यहां के निवासियों को हर तरह से सुविधा प्रदान करना है, लेकिन वर्तमान हेमंत सोरेन की सरकार यहां राज्य के मूल निवासियों की सोच पर कुठाराघात करने का काम कर रही है।

जिसे झामुमो उलगुलान कत्तई बर्दाश्त नहीं करने वाला है। उन्होंने कहा कि बीते 29 दिसंबर को सरकार के 2 वर्ष पूरा होने पर मैथिली, भोजपुरी और मगही भाषा भाषी को नौकरियों में सुविधा की घोषणा की गयी है। झामुमो उलगुलान इसके खिलाफ हैं। जब तक सरकार उक्त अध्यादेश को वापस नहीं ले लेती, तब तक झामुमो उलगुलान का यह आंदोलन जारी रहेगा।

इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने हेमंत सोरेन मुर्दाबाद के नारे लगाए तथा पार्टी कार्यालय से जुलूस की शक्ल में बोरिया बस्ती चौक पहुंचकर सीएम हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया।

मौके पर उपरोक्त के अलावा केंद्रीय सदस्य विशेश्वर महतो, केंद्रीय कमिटी सदस्य नरेश कुमार, गोमियां प्रखंड अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान, हेमलाल महतो, किसुन पासवान, मधू पासवान, मोहन चौहान, दिलीप करमाली, सोमर उरांव, महिला नेत्री गोमिया प्रखंड अध्यक्षा सुमित्रा देवी, बेरमो प्रखंड अध्यक्षा बबीता देवी, प्रखंड सचिव गीता देवी, कथारा क्षेत्रीय अध्यक्ष कमल साव, बेली देवी, गुड़िया देवी, उर्मिला देवी, संजू देवी सहित अन्य दर्जनों रहिवासी मौजूद थे।

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