सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा के पूर्व जिला पार्षद सह झामुमो वरीय नेता बामिया माझी ने मुख्य महाप्रबंधक किरीबुरू एवं मेघाहातुबुरु को पत्राचार कर लौह अयस्क खदान में स्थानीय नियुक्तियां के संबंध में पूछताछ की है।
पूर्व जिप सदस्य सह झामुमो नेता माझी ने किरीबुरू -मेघाहातुबुरू लौह अयस्क खदान में स्थानीय बेरोजगारों को नियुक्त किए जाने की माँग की है। कहा है कि क्षेत्र के लौह अयस्क खदान में पश्चिम सिंहभूम के बेरोजगारों की ही नियुक्ति किया जाय। उन्होंने कहा है कि खदान में नियुक्तियों एवं ठेका मजदूरों में बहाली का आधार स्थायी स्थानीय आवसीय प्रमाण पत्र आनिवार्य किया जाय। ग्रुप डी एवं सी खालासी एटीजेटी पद में स्थानीय बेरोजगार युवक युवतियों को पहली प्राथमिकता दिया जाय।
झामुमो नेता ने कहा है कि किरीबुरू-मेघाहातुबुरू, गुवा, चिड़िया टाटा स्टील नोवामुन्डी लौह अयस्क खदान में 90 प्रतिशत या शत प्रतिशत स्थानीय बेरोजगार युवक युवातियो को उच्च प्राथमिकता दिया जाय। यहां सर्व प्रथम खदान से प्रभावित क्षेत्र के रहिवासियों को पहला प्राथमिकता दिया जाय। कहा कि खदान में वर्तमान नियुक्ति (बहाली) किया गया है उसे रद्द किया जाये तथा नये सिरे से नियुक्ति किया जाय। आरोप लगाया कि वर्तमान किरीबुरू मेघाहातुबुरू गुवा चिड़िया टाटा स्टील नोवामुन्डी लौह अयस्क खदानों में दूसरे राज्य के उम्मीदवारों को नियुक्त किया गया है।
राज्य के स्थानीय उम्मीदवारों को दूध में गिरे मक्की के समान निकाल फेंक दिया जाता है और उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, वेस्ट बंगाल, जम्मू-कश्मीर, विशाखापट्टनम, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, तेलांगना, नई दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि राज्यों से नियुक्ति किया गया है। नियुक्तियों में पश्चिम सिंहभूम के जिला निबंधन कार्यालय से नियुक्ति में सूची मांगी जाय। साथ हीं निरंतर कार्यरत पश्चिम सिंहभूम के ठेका मजदूरों को स्थायी किया जाय।
किरीबुरू- मेघाहातुबुरू, गुवा, चिड़िया, टाटा स्टील ,नोवामुन्डी लौह अयस्क खदानों में अन्य राज्यों से आये ठेका मजदूरों (कार्यस्थल) की जांच कर कार्य से बाहर किया जाय। तथा झारखंड सरकार द्वारा लागू किये गये सरकारी एवं निजी क्षेत्र नियुक्ति में 75 प्रतिशत स्थानीय को आरक्षण का प्रावधान किया गया है उसे सख्ती से लागू किया जाय।
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