ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। झालसा रांची के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो रंजना अस्थाना के मार्गदर्शन में 2 अक्टूबर को तेनुघाट जेल में बंदियों के बीच जेल अदालत सह विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
आयोजित जेल अदालत सह विधिक जागरूकता कार्यक्रम के लिए एक बेंच का गठन किया गया, जिसमें एसडीजेएम दीपक कुमार साहू और पैनल अधिवक्ता पुनीत लाल प्रजापति उपस्थित थे। इस अवसर पर सबसे पहले एसडीजेएम दीपक कुमार साहू, जेलर नीरज कुमार, अधिवक्ता सुभाष कटरियार और पुनीत लाल प्रजापति ने महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री के फोटो पर पुष्प एवं माल्यार्पण किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव सह एसडीजेएम साहू ने बंदियों को शास्त्री जयंती और गांधी जयंती की बधाई दी। साथ ही बंदियों को कानून की जानकारी देते हुए अधिकार और कर्तव्य की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जहां अधिकार है, वहीं कर्त्तव्य भी है। रोड पर चलना जहां आपका अधिकार है, वहीं बाएं ओर चलना आपका कर्तव्य है।
इसलिए आपको अधिकार के साथ कर्त्तव्य का भी पालन करना चाहिए। उन्होंने बंदियों को प्रदान किए जाने वाले विभिन्न विधिक सहायता के बारे में बताते हुए कहा कि नालसा नई दिल्ली एवं झालसा रांची द्वारा बंदियों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर चलाए जा रहे हैं। जिनके माध्यम से उन बंदियों को उचित विधिक सहायता प्रदान की जाती है। इसी के तहत प्रत्येक महीने जेल अदालत का आयोजन किया जाता है।
साहू ने बंदियों से जेल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। बताया कि वैसे बंदी जो स्वयं के खर्च पर अपना अधिवक्ता रख पाने में असमर्थ हैं, उनके लिए सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली के निर्देश पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल के तहत अधिवक्ताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो उन बंदियों के केस में संबंधित न्यायालय में निरंतर पैरवी करते हैं।
बंदियों को पैनल अधिवक्ता पुनीत लाल प्रजापति ने भी कानूनी जानकारी दी। स्वागत भाषण एवं मंच संचालन अधिवक्ता सुभाष कटरियार और धन्यवाद ज्ञापन जेलर नीरज कुमार ने किया। मौके पर विजय कुमार एवं जेल कर्मियों की भूमिका सराहनीय रही।
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