सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में बड़ाजामदा क्षेत्र में दयानंद एंग्लो वैदिक संस्था द्वारा संचालित डीएवी स्कूल खोले जाने की मांग ग्रामीणों द्वारा जोरो पर है।
इस संबंध में बड़ाजामदा क्षेत्र के समाजसेवी आलोक दत्ता ने 16 जुलाई को एक भेंट में कहा कि क्षेत्र के दर्जनों ग्रामीणों ने अपील की है कि बड़ाजामदा से बच्चों को गुवा एवं नोवामुंडी आने -जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कतिपय अगर बड़ाजामदा में डीएवी स्कूल खुल जाए तो इससे आसपास के दर्जनों पंचायत के ग्रामीण बच्चो के अतिरिक्त दूर दराज क्षेत्र के रहने वाले बच्चे भी सुगमतापूर्वक पढ़ाई कर सकेंगे।
इस संबंध में जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन ने कहा कि स्कूल संचालन के लिए टाटा स्टील लॉन्ग कंपनी की सम्बद्धता अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के रहिवासियों के सपनों को साकार करने के लिए संकल्पित हो डीएवी पब्लिक स्कूल की नींव रखा जाना चाहिए। जिससे यहां से बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा का संस्कार मिल सके।
सच्चाई यह है कि संत नारायण दास ग्रोवर की देन है कि आज झारखंड के सुदूर से सुदूरवर्ती इलाकों में बच्चों को अच्छे व चरित्र निर्माण के साथ मानवीय गुणों को संचार करने के लिए डीएवी संस्था के अतिरिक्त अन्य कोई विकल्प नहीं है। देश-विदेश में बच्चों को अच्छी शिक्षा दे, बच्चों की अच्छी पहचान बनाने में संस्था का कोई विकल्प नहीं है।
समाजसेवी आलोक दत्ता ने कहा कि बड़ाजामदा फुटबॉल ग्राउंड के पास लगभग 2000 एकड़ जमीन उपलब्ध है। यहां संस्था द्वारा स्कूल खोले जाने हेतु उपलब्ध कराए जाने का अश्वासन दिया गया है। इसके लिए क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों के बीच चर्चा जरूरी है।
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