प्रहरी संवाददाता मुंबई। राष्ट्रीय औद्योगिक इंजीनियरी संस्थान (नीटी), में बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस धूमधाम से मनाया। संस्थान के हीरक जयंती समारोह (1963- 2023) का प्रारंभ भी इस कार्यक्रम के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती आरती शेट्टी, गैर-कार्यपालक निदेशक-ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स और सीएसआर समिति की अध्यक्ष के हाथों संस्थान के शैक्षिक भवन में स्थापित दीवार कलाकृति का अनावरण किया गया। श्रीमती शेट्टी “अवश्य फाउंडेशन” के तहत ऑलकार्गो की स्थिरता पहल की अगुवाई करती हैं।
वह न्यायसंगत नीतियां बनाने के लिए जिम्मेदार हैं और हमारे समाज में वंचितों के लिए सामाजिक कारणों में उनके योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं।
श्रीमती शेट्टी ने समाज में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित कर नीटी के विद्यार्थियों, कर्मचरियों एवं परिवार के सदस्यों को विचारोत्तेजक विचार और अंतर्दृष्टि प्रदान की। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के दौरान संस्थान के विविध शैक्षिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली महिला प्राध्यापकों को सम्मानित किया गया।
यह अनुसंधान, शिक्षण, प्रशिक्षण और संस्थान के विकास में किसी के योगदान की स्वीकृति के रूप में शैक्षणिक क्षेत्र में दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मानों में से एक है। नीटी के प्रतिभावान छात्रों, कर्मचरियों एवं उनके बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम कर दर्शकों का मन मोह लिया। नीटी शासी मंडल के अध्यक्ष शशि किरण शेट्टी के मार्गदर्शन, प्रोत्साहन में नीटी के सम्मानित निदेशक प्रो. मनोज कुमार तिवारी के अपार समर्थन के तहत किया गया।
गौरतलब है कि नीटी, मुंबई भारत के प्रमुख बी-स्कूलों में से एक है और एनआईआरएफ रैंकिंग, 2022 की प्रबंधन श्रेणी के तहत 9वें स्थान पर है। इसकी संस्थान को 150 से अधिक पंजीकृत स्टार्ट-अप के साथ, प्रबंधन अध्ययन में 60 वर्षों की विशेषज्ञता की विरासत पर गर्व है।
शिक्षा मंत्रालय द्वारा उत्कृष्टता के 15 केंद्रों में से एक होने के कारण, यह 10,000 से अधिक होनहार अलुमनी के आधार के साथ उद्योग में अपनी वैश्विक उपस्थिति के लिए विख्यात है। संस्थान ने 1971 में औद्योगिक इंजीनियरी में अपना दो वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम (पीजीडीआईई), आदि।
1984 में फेलो कार्यक्रम (पीएचडी के समकक्ष), 1994 में औद्योगिक प्रबंधन (पीजीडीआईएम) और 2001 में औद्योगिक सुरक्षा और पर्यावरण प्रबंधन (पीजीडीआईएसईएम) कार्यक्रम शुरू किया था। उसी प्रकार, विनर्माण हेतु दूरदृष्टा नेतृत्व (पीजीडीईएक्स-वीएलएफएम) की शुरूआत 2017 में आईआईटी दिल्ली के साथ एक साल के कार्यपालक कार्यक्रम के रूप में हुई।
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