ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। झालसा रांची के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष बोकारो जिला विधिक सेवा प्राधिकार अनील कुमार मिश्रा के मार्गदर्शन में 21 अप्रैल को तेनुघाट जेल में बंदियों के बीच जेल अदालत सह विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
आयोजित जेल अदालत सह विधिक जागरूकता कार्यक्रम के लिए एक बेंच का गठन किया गया था। जिसमें प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी साक्षी श्रीवास्तव और पैनल अधिवक्ता इम्तियाज आलम उपस्थित थे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेएम प्रथम श्रेणी श्रीवास्तव ने बंदियों को प्रदान किए जाने वाले विभिन्न विधिक सहायता के बारे में बताते हुए कहा कि नालसा नई दिल्ली एवं झालसा रांची द्वारा बंदियों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर चलाए जा रहे हैं।
जिनके माध्यम से उन बंदियों को उचित विधिक सहायता प्रदान की जाती है। जी सहायता पाने में सक्षम नहीं हैं। बताया कि इसी के तहत प्रत्येक महीने जेल अदालत का आयोजन किया जाता है।
श्रीवास्तव ने बंदियों को जेल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैसे बंदी जो स्वयं के खर्च पर अपना अधिवक्ता रख पाने में असमर्थ हैं, उनके लिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल के तहत अधिवक्ताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो उन बंदियों के केस में संबंधित न्यायालय में निरंतर पैरवी करते हैं।
इस अवसर पर उपस्थित बंदियों को पैनल अधिवक्ता इम्तियाज आलम ने भी कानूनी जानकारी दी। स्वागत भाषण एव मंच संचालन अधिवक्ता सुभाष कटरियार ने की। धन्यवाद ज्ञापन तेनुघाट उपकारा के जेलर नीरज कुमार ने की।
जेलर ने कहा कि जेल में बंद बंदियों को जेल में मिलने वाली सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है। समय समय पर बंदियों की स्वास्थ की जांच भी डॉक्टर द्वारा की जाती है। आज किसी भी बंदी के द्वारा जेल अदालत में आवेदन नहीं दिया गया था।
मौके पर विजय कुमार सहित जेल कर्मियों की भूमिका सराहनीय रही। उक्त जानकारी बेरमो अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव सह तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल ने दी।
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