प्रहरी संवाददाता/मुंबई। परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद (एईआरबी) देश में नाभिकीय एवं विकिरण संरक्षा नियमों को लागू करने वाला राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण है, जिसका गठन दिनांक 15 नवंबर, 1983 को किया गया था। पिछले कुछ वर्षों में यह अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय ख्याति के संगठन के रूप में विकसित हुआ है।
चालीस वर्ष पूरे होने पर, एईआरबी ने पिछले चार दशकों में आत्मनिरीक्षण और परिवर्तन के अनुभव को संजोने के लिए दिनांक 15 नवंबर, 2023 को अपनी रूबी जयंती मनाई। भारतीय नाभिकीय बिरादरी के दिग्गज इस महत्वपूर्ण अवसर पर एईआरबी को शुभकामनाएं देने के लिए एक साथ आए।
डॉ. ए.के. मोहंती, अध्यक्ष, परमाणु ऊर्जा आयोग, श्री विवेक भसीन, निदेशक, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, परमाणु ऊर्जा आयोग के पूर्व प्रमुख डॉ. आर.के. सिन्हा और डॉ. के.एन. व्यास, परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद के पूर्व अध्यक्ष श्री एस.एस. बजाज और श्री एस.ए. भारद्वाज, एईआरबी बोर्ड के सम्मानित सदस्य प्रोफेसर हर्ष गुप्ता और प्रोफेसर लक्ष्मी कांतम के साथ-साथ अन्य प्रतिष्ठित दिग्गजों ने गौरवशाली चार दशकों के दौरान एईआरबी द्वारा की गई प्रगति पर खुशी व्यक्त की।
उन्होंने भविष्य की चुनौतियों पर भी अपनी अंतर्दृष्टि प्रदान की और इन चुनौतियों से निपटने के लिए एईआरबी की क्षमताओं में अपना विश्वास व्यक्त किया। श्री डी.के. शुक्ला, अध्यक्ष, एईआरबी ने अपने समापन भाषण में ने कहा, “मजबूत विश्वासों और नए दृष्टिकोण के साथ, एईआरबी भविष्य की चुनौतियों के लिए पूरी तरह तैयार है।”
Tegs: #Indias-nuclear-regulator-completes-40-years
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