एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो के अधिवक्ताओं ने 10 दिसंबर को कोर्ट परिसर में बांग्लादेश में हिंदू संन्यासी चिन्मय कृष्ण प्रभु के वकील रमेन रॉय पर हुए गंभीर हमला के विरोध में प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए नेशनल कौंसिल मेंबर अधिवक्ता रणजीत गिरि ने कहा कि रमेंन रॉय पर यह हमला उनके द्वारा चिन्मय कृष्ण का समर्थन करने और अदालत में उनका बचाव करने के कारण किया गया।
कहा कि कट्टरपंथियों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उन पर जानलेवा हमला किया है। उनकी स्थिति गंभीर है, और उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट (आइसीयु) में भर्ती कराया गया है। यह घटना बांग्लादेश में धार्मिक और सामाजिक तनाव के बढ़ते माहौल को दर्शाती है। इसके विरोध में ही आज बोकारो में आंदोलन किया गया है।
गिरि ने भारत सरकार से मांग की है कि तत्काल बंगलादेश से संबंध खत्म करे। अधिवक्ता अतुल कुमार ने कहा कि यह वकील पर हमला नहीं, बल्कि ये भारत पर हमला है। इस अवसर पर सोमनाथ शेखर, राकेश झा, डॉली झा, पुष्पांजलि जयसवाल, वीणा रानी, करुणा कुमारी, राजश्री, अंकित ओझा, दीपिका सिंह, रीना कुमारी, दीप्ति सिंह, विष्णु प्रसाद नायक, पंकज दराद, सुनील सिंह सिसोदिया, देवनाथ राम, फटीक चंद्र सिंह, बासुदेव महतो, अरूप चक्रवर्ती, मृत्युंजय कुमार मल्लिक, प्रदीप सिन्हा, संजीत कुमार सिंह, हसनैन आलम, दीपिका सिंह, रंजन कुमार मिश्रा समेत सैकड़ो अधिवक्तागण मौजूद थे।
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