एस. पी. सक्सेना/बोकारो। केंद्र सरकार (Central government) के स्वतंत्र निदेशक जाजुला गौरी ने 28 जून की शाम बोकारो जिला के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्रीय वेलफेयर कमिटी के साथ बैठक की। बैठक में वेलफेयर कमिटी सदस्यों के अलावा क्षेत्र के महाप्रबंधक एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
महाप्रबंधक (General Manager) कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए स्वतंत्र निदेशक गौरी ने कहा कि सीसीएल के सीएमडी से लेकर तमाम कोयला मजदूर कोयला उत्पादन लक्ष्य को पूरा करते हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में खनिज संपदा की कमी नहीं है, बावजूद इसके खासकर कोयला क्षेत्र के आसपास के लोग कई समस्याओं से ग्रसित हैं। उनके बच्चे सही ढंग से शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार तथा सीसीएल (CCL) प्रबंधन द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी योजना के तहत कई तरह का वेलफेयर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सीसीएल के लाल एवं लाडली योजना के अलावा प्रभावित क्षेत्र के लाल कार्डधारी तथा अति पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड आदि की व्यवस्था की गई है।
जिससे वे अपना इलाज सुलभता पूर्वक करा सकते हैं। जिसमें कोरोना काल के दौरान डो साल यह योजना प्रभावित रहा। उन्होंने सीसीएल प्रबंधन को सलाह दिया कि प्रभावित क्षेत्र के रहिवासियों को अस्पतालों में मुफ्त इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर क्षेत्र के उप प्रबंधक सीएसआर चंदन कुमार द्वारा सामाजिक कार्यों के बारे में मॉनिटर के माध्यम से अब तक किए गए विकास कार्यों की जानकारी दी गई। स्वतंत्र निदेशक जोजिला गौरी ने सीसीएल प्रबंधन से आग्रह किया कि पूर्व में पंचायत स्तर पर जो सिलाई मशीन का वितरण किया गया, आदि।
उसके बदले अब प्रत्येक पंचायत में पांच पांच कंप्यूटर अथवा लैपटॉप मुहैया कराएं, ताकि पंचायत स्तर के बच्चे भी आधुनिक शिक्षा से जुड़कर अपना विकास कर सके और उच्च श्रेणी के पदों को पा सके। उन्होंने बताया कि जिस परिवार में एकल सदस्य रह गया है, चाहे वह महिला हो या पुरुष उनके बच्चों के मुफ्त शिक्षा की जिम्मेवारी सीसीएल प्रबंधन डीएवी स्कूल के माध्यम से करे।
उप प्रबंधक सीएसआर द्वारा बताया गया कि कोरोना काल के दौरान सीसीएल कथारा क्षेत्र के द्वारा जिला प्रशासन को 10 करोड़ रुपए ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए मुहैया कराया गया था। इस पर सवाल उठाते हुए वेलफेयर बोर्ड सदस्यों ने जानना चाहा कि इस क्षेत्र में कोई ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगाया गया है। इस पैसे का उपयोग किया गया है तो कहां?
स्वतंत्र निदेशक ने कहा कि मैं आम आदमी और किसान की बेटी हूं। मैंने काफी परिश्रम और कठिनाई से शिक्षा प्राप्त कर यहां तक पहुंची हूं। सबका साथ रहेगा तो जल्द ही मैं अपने अनुभवों को साझा करते हुए एक किताब लिखने जा रही हूँ।
मौके पर कथारा महाप्रबंधक हर्षद दातार, महाप्रबंधक उत्खनन कथारा क्षेत्र जेएस पैकरा, सीसीएल मुख्यालय रांची के प्रबंधक कार्मिक राखी गुप्ता, क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन जयंत कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक असैनिक सुमन कुमार, क्षेत्रीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एम एन राम, क्षेत्रीय अधिकारी सेफ्टी केके झा, क्षेत्रीय प्रबंधक विद्युत एवं यांत्रिक जयंता विश्वास, कथारा वाशरी पीओ उमेश कुमार, आदि।
स्वांग वाशरी पीओ विजय कुमार, सुनील कुमार गुप्ता, जयंत शाह, चंदन कुमार, गुरु प्रसाद मंडल, जबकि वेलफेयर बोर्ड सदस्य राज कुमार मंडल, सचिन कुमार, शमशुल हक, अनूप कुमार स्वाईं, पीके जयसवाल, कमलेश गुप्ता, मथुरा यादव, पीके विश्वास, कामोद प्रसाद, राजू रविदास, इकबाल अहमद, अनूप विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे। मौके पर महाप्रबंधक दातार ने स्वतंत्र निदेशक को बुके देकर तथा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन जयंत कुमार ने किया।
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