प्रहरी संवाददाता/तेनुघाट (गिरिडीह)। गिरिडीह नगर निगम बोर्ड की बैठक 12 दिसंबर को नगर भवन में आयोजित की गई। बैठक में सदर विधायक, डिप्टी मेयर, सांसद प्रतिनिधि और उप नगर आयुक्त शामिल हुए।
बैठक में अधिकांश पार्षदों ने अपने-अपने इलाके में पीसीसी और नाली निर्माण समेत अन्य योजनाओं के नहीं होने का जब रोना शुरु किया तो पार्षदों के आरोप पर उप नगर आयुक्त स्मृति कुमारी को कोई जवाब तो नहीं सूझा।
उप नगर आयुक्त ने बोर्ड की बैठक में पार्षदों को शांत कराने की कोशिश की कि वो क्या करें। उन्होंने बताया कि नगर विकास विभाग ने गिरिडीह नगर निगम को पर्याप्त फंड ही नही दिया है, जिसे इन योजनाओं को लिया जा सके।
हालांकि, कई महत्वपूर्ण चर्चा के बाद भी किसी वार्ड पार्षद ने बैठक में तनिक भी चिंता नहीं जताया कि शहर के उसरी नदी पर पुराने पुल को अब तक जहां पूरा नहीं तोड़ा गया और ना ही नए सिरे से निर्माण कार्य ही शुरु हो पाया है।
लिहाजा, तीन माह से पुराने पुल का बड़ा हिस्सा अब भी तोड़ कर नए सिरे से निर्माण कार्य शुरु होना है। निगम बोर्ड के इस महत्वपूर्ण बैठक में सभी पार्षदों ने सिर्फ अपने इलाके में नाली, पीसीसी समेत अन्य योजना पारित कराने को लेकर ही चर्चा करते दिखे।
तीन घंटे तक चले बैठक में शहर के बक्सीडीह रोड में एनआरईपी से हो रहे निर्माणाधीन सड़क निर्माण का मुद्दा वार्ड पार्षद आरती देवी ने उठाते हुए कहा कि सड़क निर्माण एनआरईपी के पदाधिकारी और ठेकेदार ने पूरा मनमर्जी किया है। जर्जर सड़क का हाल पहले जैसा था, उससे भी खराब स्थिति में नए सड़क का निर्माण कार्य हुआ है, लेकिन कोई बोलने वाला नहीं है।
वार्ड पार्षदों द्वारा उठाएं मुद्दे के बाद सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने उप नगर आयुक्त से बन रहे सड़क निर्माण की जांच करने को कहा और जांच होने तक ठेकेदार के भुगतान पर रोक लगाने का निर्देश देते हुए कहा कि जो कार्य हो चुके है उसकी भरपाई ठेकेदार से करें।
बैठक में डोर-टू-डोर सफाई कार्य करने वाले आकांक्षा एजेंसी के सात माह के 70 लाख के भुगतान पर रोक लगाने का निर्देश सदर विधायक और डिप्टी मेयर द्वारा दिया गया। बोर्ड की बैठक में निगम क्षेत्र में गृहस्वामियों द्वारा अपने घरों के छत पर अतिरिक्त आय कमाने के लिए जो होर्डिंग्स लगाएं, वैसे हर गृहस्वामियों से तीन-तीन हजार की वसूली चर्चा के बाद निर्णय लिया गया।
बैठक में सदर विधायक सोनू ने कहा कि खंडोली में सब स्टेशन के निर्माण से काफी हद तक पेयजलापूर्ति में सुधार हुआ है और अब चैताडीह और महादेव तालाब के ट्रीटमेंट वाटर प्लांट में भी जेनसेट लगाने की जरुरत है। जिससे पेयजल की परेशानियों को दूर किया जा सके। बैठक में निर्णय लिया गया कि पुराने नगर निगम का भवन नही बनने के कारण कई समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है।
इसके बाद बोर्ड की बैठक में पुराने निगम भवन के दुकानदारों को मकतपुर के शांति भवन आश्रम के समीप सालों से बेकार पड़े निगम के दुकानों में शिफ्ट कराने का निर्णय लिया गया। बैठक में उपरोक्त के अलावा वार्ड पार्षद सुमित कुमार, सैफ अली गुड्डु, रंजीत यादव, नीलम झा समेत कई पार्षद मौजूद थे।
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