अभाकिम व् माले की संयुक्त बैठक में किसानों के टमाटर फेंको आंदोलन को समर्थन

पत्र की जानकारी देने के बाद भी किसानों की सुधी लेने नहीं पहुंचे अधिकारी-ब्रहमदेव

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। टमाटर उत्पादक किसानों के आंदोलन को लेकर 23 अप्रैल को अखिल भारतीय किसान महासभा एवं भाकपा माले की संयुक्त बैठक समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के मोतीपुर वार्ड 26 में आयोजित किया गया। अध्यक्षता किसान नेता ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह एवं संचालन माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने की।

बैठक में टमाटर की उचित कीमत नहीं मिलने से नाराज़ किसानों द्वारा 24 अप्रैल को 9.30 बजे से मोतीपुर सब्जी मंडी के पास नेशनल हाईवे किनारे टमाटर फेंको आंदोलन को सक्रिय समर्थन देने का निर्णय लिया गया। साथ ही प्रखंड के किसानों एवं राजनीतिक दलों से आंदोलन को समर्थन देने की अपील की गयी।

बैठक में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि ताजपुर के सब्जी उत्पादक किसान अपने फसल की लागत मूल्य भी नहीं मिलने के कारण अपने फसल को सड़क पर फेंकने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि किसान कॉरपोरेट कंपनी का महंगा बीज, खाद, खल्ली, पेस्टीसाइड, सिंचाई, तोड़ाई, ढ़ुलाई देते हैं। तैयार होने पर टमाटर का लागत मूल्य कम से कम 20 रुपए प्रति किलो आता है, जबकि किसानों को अभी टमाटर का भाव 2 रुपये किलो भी नहीं मिलता है।

किसान महाजनी एवं केसीसी कर्ज लेकर खेती करते हैं। अगली फसल लगाने की चिंता किसानों को खायें जा रही है। किसान महासभा ने कर्ज माफ करने, फसल क्षति मुआवजा देने, नि: शुल्क बिजली, पानी, खाद, बीज, कृषि यंत्र देने, मंडी के आसपास सब्जी रखने वाला कोल्ड स्टोरेज एवं टोमैटो कैचप, साॅस, अचार, चटनी, चिप्स उद्योग लगाकर किसानों की बेहतरी के लिए अधिकारियों को पत्र भी लिखा लेकिन कोई अधिकारी या मंत्री, विधायक, सांसद किसानों की बदहाली का जायजा लेने नहीं पहुंचे।

उन्होंने कहा कि हम किसानों कॉ सिर्फ चुनाव के समय याद किया जाता है। सब्जी उत्पादक किसानों के प्रति सरकार असंवेदनशील है। इस असंवेदनशीलता के खिलाफ किसानों को मजबूर होकर टमाटर फेंको आंदोलन का निर्णय लेना पड़ा। हमलोग टमाटर फेंको आंदोलन कर सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त करेंगे।

विदित हो कि करीब दो महीने पूर्व फूल गोभी, बंधा गोभी, बैंगन आदि की उचित मुल्य नहीं मिलने के कारण किसान सड़क पर फेंक कर और लगे हुए फसल को खेत में जोत कर अपना विरोध दर्ज किया था, लेकिन सरकार ने कोई संज्ञान नहीं ली। भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि किसानों के फसलों पर एमएसपी देने की मांग सरकार अनसुना कर रही है।सार्वजनिक बीमा कंपनियों से फसल बीमा कराने का मांग भी पूरा नहीं किया गया है।

अखिल भारतीय किसान महासभा किसानों की इस मांग को सड़क से संसद तक उठाता रहा है और आगे भी उठाते रहेंगे। किसान महासभा एवं भाकपा माले किसानों के इस संघर्ष की अगुवाई करेगी। मौके पर ललन दास, राजदेव प्रसाद सिंह, कैलाश सिंह, शंकर सिंह, अनील सिंह, रंजीत कुमार, बखेरी सिंह, श्यामबाबू सिंह, भाकपा माले के आसिफ होदा, प्रभात रंजन गुप्ता, नौशाद तौहीदी, मो. कयूम, मुकेश कुमार गुप्ता आदि मौजूद थे।

 

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