भाकपा माले ने की थानाध्यक्ष पर 302 का मुकदमा दर्ज करने की मांग
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला के हद में बीते माह 28 जुलाई को दलसिंहसराय थाना हाजत में मो. गुलाब की कथित खुदकुशी के जिम्मेवार थानाध्यक्ष कुमार ब्रजेश को बीते 31 जुलाई को पुलिस अधीक्षक हृदयकांत द्वारा लाईन हाजिर कर दिया गया।
थानाध्यक्ष के लाइन हाजिर किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाकपा माले समस्तीपुर जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार एवं राज्य कमिटी सदस्य बंदना सिंह ने एक अगस्त को कहा कि थानाध्यक्ष का लाईन हाजिर कोई कार्रवाई नहीं है।
थानाध्यक्ष थाने का कस्टोडियन होते हैं। थाना परिसर के अंदर के सभी मामले की जिम्मेवारी थानाध्यक्ष की होती है। इसलिए इस मामले में थानाध्यक्ष पर 302 का मुकदमा होना चाहिए।
माले नेताओं ने कहा कि ऐसे छोटे कार्रवाई से आमजनों पर पुलिस जुल्म और अधिक बढेंगी। नेताद्वय ने थानाध्यक्ष पर 302 का मुकदमा दर्ज करने, मामले का अविलंब पारदर्शी एवं वैज्ञानिक अनुसंधान कर भंडाफोड़ करने, मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है।
माले नेताओं ने कहा है कि जिलेवासी जानना चाहते हैं कि घायल मो. गुलाब को थाना क्यों लाया गया? उसके दोनों हाथ कैसे टूटे? कान में तेजाब कैसे डाला गया? हाजत में रस्सी कैसे पहुंची? क्या उतनी छोटी रस्सी से आत्महत्या हो सकती है?
गुलाब की मौत 12 बजकर 18 मिनट पर हुई तो थाना से फोन कर 2 बजकर 58 मिनट पर गुलाब का बीमार होना एवं अस्पताल में भर्ती होना परिजन को कैसे बताया गया? निर्दोष गुलाब के संबंधी को छोड़ने के एवज में 16 हजार रूपये घूस क्यों लिया गया?
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