सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। बिहार की राजधानी पटना में स्थित दास गैस्ट्रोएंटरोलॉजी अन्य अस्पतालों की श्रेणी में बेहतर चिकित्सा के लिए पूरे बिहार में चर्चे में है। इस संदर्भ में दास गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में कार्यरत वरीय चिकित्सक डॉ संजीव कुमार ने गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गैस्ट्रोएन्टराइटिस की बीमारी आंतों में जलन और सूजन की समस्या से होती है। पाचनतंत्र पर बैक्टीरिया का प्रभाव होने पर यह बीमारी हो जाती है। उन्होंने बताया कि गैस्ट्रोएन्टराइटिस की बीमारी में दस्त और उल्टी का होना सामान्य बात है। गर्मी का मौसम आते ही गैस्ट्रोएन्टराइटिस की बीमारी जीवाणुओं को पनपने के लिए उपयुक्त माहौल देती है।
वरीय चिकित्सक डॉ संजीव ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति के पाचन स्वास्थ्य में विकार के कोई लक्षण हैं या यदि आपको कोलन कैंसर स्क्रीनिंग की आवश्यकता है, तो गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट से संपर्क करनी चाहिए। अक्सर एक गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट को देखने से पॉलीप्स और कैंसर का अधिक सटीक पता चलता है। प्रक्रियाओं से कम जटिलताएं और अस्पताल में कम समय व्यतीत होता है।
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