एस. पी. सक्सेना/बोकारो। कुर्मी महतो जाति को अनुसूचित जनजाति या एसटी बनने – बनाने के जोर जबरदस्ती में समर्थन करने वाले राजनीतिक पार्टियां जैसे जेएमएम, बीजेडी, टीएमसी और कांग्रेस का 6 नवंबर को आदिवासी सेंगेल द्वारा विरोध किया गया।
अभियान के नेता काछो पंचायत के सेंगेल टावर लालू मुर्मू के नेतृत्व में नवाडीह प्रखंड के हद में काछो पंचायत के शिस्वा गांव में कुर्मी महतो को आदिवासी बनाने वाले आदिवासी सांसद एवं स्थानीय विधायक का पुतला दहन किया गया।
मौके पर मौजूद आदिवासी सेंगल के प्रदेश अध्यक्ष मांझी परगाना मड़वा चंद्रमोहन मरांडी ने कहा कि पार्टियों के साथ-साथ तमाम आदिवासी एमएलए/ एमपी और आदिवासी संगठनों का भी पुतला दहन किया गया। जो समर्थन में है या चुप हैं।
आज कुरमी विरोधी पुतला दहन का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम झारखंड, बंगाल, बिहार, उड़ीसा और असम में सर्वत्र किया जा रहा है। क्योंकि कुर्मी महतो के आदिवासी (एसटी) बन जाने से असली आदिवासियों का नेस्तनाबूत होना निश्चित है। सेंगेल के अनुसार वोट की लालच में कुरमी विवाद के लिए झामुमो और उनके समर्थक सर्वाधिक दोषी हैं।
पुतला फूंकने में बोकारो जोनल हेड आनन्द टुडू, नवाडीह प्रखंड सरना धोरोम अध्यक्ष बिरजू सोरेन, नवाडीह युवा प्रखंड अध्यक्ष हरिनारायण मुर्मू, बेरमो प्रखंड छात्र मोर्च अध्यक्ष कृष्ण मरांडी, जागेश्वर मुर्मू, गुलाब सोरेन, सुखिलाल टुडु, बिरजू मुर्मू, संजय टुडु, सोभा हांसदा, मामता मरांडी, कोशलिया सोरेन, सुरजमुनि सोरेन, अनिता सोरेन, मिना सोरेन आदि महिला पुरुष शामिल थे।
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