भू माफिया और अभियंताओं का राज, मुखिया मौन
मुश्ताक खान /मुंबई। मनपा एल विभाग (BMC L Ward) में भू माफिया और अभियंताओं का राज है। वहीं एल विभाग के सहाय्यक मनपा आयुक्त मनीष वालंज मौन मुद्रा में अभियंताओं के कारनामें देख रहे हैं। क्या इस पद की गरीमा समाप्त हो चुकी है। ऐसे में सवाल यह भी उठता है की एल विभाग का मुखिया कौन? कहीं ऐसा तो नहीं की इस विभाग का संचलन भू माफियाओं के इशारे पर चला रहा है। इस विभाग में एक तरफ अभियंता निवेदन तोरणे तो दूसरी तरफ सागर कर्पे का साम्राज्य कायम है। जहां देखो अवैध निर्माण, सरकारी जमीन पर हमला, जनता की कमाई में सेंध, जनता की सहूलियतों को रौंदा जा रहा है।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनपा एल वार्ड के बिल्डिंग एंड फैक्ट्री विभाग में दोय्यम अभियंता रहे निवेदन भीमराव तोरणे ने अपने पिछले कार्यकाल में रिकार्ड तोड़ कमाई की थी। उन दिनों तोरणे के बॉस सहाय्यक अभियंता प्रवीण वसावे हुआ करते थे। मौजूदा समय में वसावे मनपा जी नार्थ में तैनात हैं और वहां भी उन्होंने अपना साम्राज्य कायम कर लिया है।
बहरहाल तोरणे के खिलाफ विभिन्न शिकायतें व आरटीआई फाइल किया हुआ है। जिसका जवाब देने में फेल रही विभाग ने उनका ट्रांसफर कर दिया था। लेकिन काफी लेन-देन व जुगाड़ बैठाकर तोरणे फिर से मनपा के एल विभाग में कमाई के चक्कर में आए हैं। तोरणे की दूसरी पारी में वार्ड क्रमांक 170, 171 और 168 की जिम्मेदारी है। अभियंता निवेदन तोरणे ने आते ही अपना कमाल दिखाना शुरू कर दिया है।
फिलहाल कुर्ला पूर्व के कसाईवाडा (Kasaiwada) में घर मरम्मति के नाम पर अवैध निर्माणों की लंबी सूची है। चूंकि तोरणे के मुकादम प्रवीण ठाकरे का इस इलाके के भू माफियाओं के साथ बेहतर ताल मेल है। मौजूदा समय में चुनाभट्टी (Chunabhatti) के स्वदेशी मील कंपाउंड में भी अवैध निर्माण चल रहा है।
इसके अलावा कुर्ला पूर्व (Kurla east) स्थित साबिरा ट्रांजिट कैंप के सामने राजीव गांधी नगर बेस्ट डिपो के पीछे खुलेआम झोपड़ा बनवाया जा रहा है। सूत्र बताते हैं की यह एक विकलांग कि जगह थी जिसपर अवैध कब्जा कर बनवाया जा रहा है।
गौरतलब है कज भ्रष्टाचार के दलदल में गोता लगाने वाले दुय्यम अभियंता निवेदन भीमराव तोरणे ने अपने मोबाईल की डीपी पर एक संदेश रखा है। जिसमें कहा गया है की जब तक तोडूंगा नहीं, छोडूंगा नहीं। लेकिन ठीक इसके उल्ट उनके इन तीनों वार्डों में धड़ल्ले से अवैध निर्माण चल रहे हैं।
ऐसे में उनके वार्डों का जायजा लिया जाए तो उनकी कथनी और करनी की पोल खुद ब खुद खुल जाएगी। इस कड़ी में दिलचस्प बात यह है की, 18 जुलाई को कुरैशी नगर में पहाड़ी का मलबा और चट्टान गिरने से लोगों को भारी नुकसान हुआ। इस संबंध में संवाददाता ने तोरणे से संपर्क कर मलबा हटाने की सिफारिश की थी। लेकिन पांच दिनों तक वो मलबा पड़ा रहा। बताया जाता है की अभियंता तोरणे मनपा प्रशासन से वेतन लेते हैं, और काम भू माफियाओं का करते हैं।
उल्लेखनीय है की सैकड़ों शिकायतें, दर्जनों आरटीआई के बाद भी मनपा के एल विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है। भ्रष्टाचार की गंगा में गोता लगाने वाले एल विभाग के अभियंताओं के हौसले फिलहाल काफी बुलंद हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनपा के 227 वार्डों में से करीब 19 वार्ड फिलहाल एंटी करप्शन के रेडार पर हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता संजय तिवारी ने मनपा की करीब 7 एकड़ खाली जमीन को अभियंता व अधिकारियों द्वारा कौड़ियों के भाव बेचने का भंडाफोड़ किया है। इतना ही नहीं एल विभाग के अभियंताओं की लापरवाहियों के मुद्दे पर आगामी सप्ताह में मनपा आयुक्त से मिलने वाले हैं। तिवारी के अनुसार अगर मनपा आयुक्त से बात नहीं बनी तो वे अदालत का दरवाजा खट खटाएंगे।
उन्होंने पीआईएल की पूरी तैयारी कर ली है। चूंकि असल्फा परिसर में वार्ड क्रमांक 159 आशापुरा इंडस्ट्रीज, खैरानी रोड पर मनपा की करीब 7 एकड़ जमीन पर भू माफिया द्वारा कब्जा किया जा चुका है। इस वार्ड में मनपा के अभियंता सागर शांतिलाल कर्पे और वार्ड ऑफिसर मनीष वालंज हैं।
आरटीआई की पुख्ता जानकारी के बाद तिवारी ने इस लड़ाई को शुरू किया और अंजाम तक पहुंचाने का प्रण लिया है। उनका कहना है की मैं मनपा की करोड़ों की संपत्ती को कौड़ियों के भाव नहीं बिकने दूंगा। इस जमीन पर मुंबईकरों का अधिकार है। इस लिहाज से यहां मनपा का बोर्ड लगना चाहिए। हालांकि एल विभाग के वार्ड ऑफिसर ने इस बात को माना था, लेकिन कार्रवाई के नाम पर शून्य है।
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