अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। बिहार प्रदेश उदासीन महामंडल के अध्यक्ष संत बाबा विष्णुदास उदासीन (मौनी बाबा) ने बीते 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण एक महान योगी थे, जिन्हें सभी योगों पर एकाधिकार प्राप्त था।
उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण सांख्य योग, कर्म योग, वैराग्य आदि में महारत हासिल की थी, जिसका प्रवचन उन्होंने गीता में स्वयं अर्जुन को दिया है। यही कारण है कि समस्त आध्यात्मिक संसार उन्हें योगेश्वर कहता है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने योग की विधिवत शिक्षा ग्रहण की हुई है।पूजा-पाठ की व्यस्तता अधिक होने के बावजूद वे यह मानते हैं कि शरीर को निरोग रखने के लिए पैदल चलना और योगासन जरुरी है। उन्होंने योग दिवस पर कई योगासन कर भक्तों को नियमित योग करने के लिए प्रेरित किया।
यहां सारण जिले की हद में सोनपुर स्थित लोकसेवा आश्रम के प्रांगण में योगाभ्यास के क्रम में उन्होंने स्पष्ट किया कि भगवान शिव को आदि योगी या प्रथम योगी माना जाता है। वहीं भगवान श्रीकृष्ण को योगेश्वर। उन्होंने कहा कि सनातन हिन्दू धर्म में सभी देवी-देवताओं ने योग के माध्यम से ही ऊंचाई ग्रहण की थी।
भगवान सूर्य, शनि देव, देवी पार्वती, भगवान श्रीहरि विष्णु, देव मुनी नारद, श्रीराम भक्त हनुमान, प्रथम पूज्य श्रीगणेश सहित सभी देवी देवता योग क्रियाओं में दक्ष थे।यही कारण है कि कभी भी भारत वर्ष से योग विलुप्त नही हुआ। योग आज विश्वव्यापी स्थान ग्रहण कर चुका है। मौके पर विश्वनाथ सिंह, हरेन्द्र राय, अभय कुमार सिंह सहित अनेक श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
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