एकजुट होकर अपने हक को लिया जा सकता है-पूर्व विधायक
बेरमो में अब चाचा भतीजावाद नही चलेगा-भोलू खान
नंद कुमार सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में फुसरो नगर परिषद के अमलो बस्ती स्थित कर्बला मैदान में 28 नवंबर को विस्थापित रोजगार महारैली का आयोजन किया गया।
महारैली में उपस्थित नेताओ ने सीसीएल (CCL) प्रबंधन के विरुद्ध जमकर भड़ास निकाली। रैली में बोकारो जिले के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में विस्थापित तथा ग्रामीण शामिल हुए।
बेरमो प्रखंड के विभिन्न स्थानों यथा घुटियाटांड, चलकरी, कुरपनीयां, कथारा, जांरगडीह, बोकारो थर्मल, नया वस्ती, पेटरवार प्रखंड के अंगवाली, चलकरी, खेतको, बसेरिया, दांतू, खेतको, चांपी, नावाडीह प्रखंड के अलारगो, चिरुडीह, गुंजरडीह, मुँगो, बिरनी, चंद्रपुरा प्रखंड के रंगामाटी, राजाबेड़ा इत्यादि स्थानों से सैकड़ों विस्थापित बाइक रैली निकालते हुए अमलो स्थित कर्बला मैदान पहुंचे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में झारखंड मुक्ति मोर्चा के बोकारो जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में गोमियां के पूर्व विधायक योगेश्वर प्रसाद शामिल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता फुसरो नगर अध्यक्ष मदन महतो व संचालन अशोक मुर्मू ने किया। इस अवसर पर झारखंड के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
महारैली में मुख्य अतिथि हीरालाल मांझी ने कहा कि यहां के स्थानीय युवा अपनी जमीन कोयला उत्पादन में देने के बावजूद भी बेरोजगार हैं। राज्य सरकार का निर्देश है कि सभी कंपनियों को 75 प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार देना है। जो सीसीएल के तीनों क्षेत्र ढोरी, बीएंडके तथा कथारा प्रबंधन नही कर रही है।
उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन को हर स्थिति में स्थानीय रहिवासी को रोजगार देना होगा। उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन विस्थापितों को छलने का काम कर रही है। जमीन ले कर कोयला उत्पादन कर रही है। नियोजन, मुआवजा तथा पुनर्वास से मुकर रही है।
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सीसीएल प्रबंधन को 15 दिनों का मोहलत दिया जा रहा है, अगर 15 दिनों में मांगे नहीं पूरा करती है तो एक ट्रक कोयला यहां से नहीं जाने दिया जाएगा। सीसीएल का पूरी तरह काम ठप्प कर दिया जाएगा।
गोमियां के पूर्व विधायक योगेंद्र ने कहा कि यदि सीसीएल प्रबंधन स्थानीय रहिवासियों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराती है तो कोलियरी से एक कोयला का एक ढेला भी नहीं निकलने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे संकल्प के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता एकजुट होकर कार्यक्रम किए हैं।
एकजुटता के साथ ही अपनी हक लिया जा सकता है। महारैली के माध्यम से प्रबंधन को चेताया जा रहा है कि अपनी नीति में सुधार लाएं और स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराए। स्पोर्ट्स विंग के जिलाध्यक्ष भोलू खान ने कहा कि हम लोगों का 15 सूत्री मांग है, जिसे सीसीएल प्रबंधन पूरा करें। उन्होंने कहा कि बेरमो में अब चाचा भतीजावाद की राजनीति नहीं चलेगी।
बेरमो में लोकल सेल में एक ट्रक को निकालने में 4 से 5 दिन लगता है। जबकि महीने में 40 रेलवे रैक कोयला निकल रहा है। जिसे कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थानीय लोगों को हर हाल में रोजगार देना होगा, नही तो एक छटाक कोयला बेरमो से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा।
मौके पर फुसरो नगर अध्यक्ष मदन महतो, नगर सचिव दीपक महतो, मेहताब खान, काशीनाथ केवट, जयनारायण महतो, मंटू यादव, शमशुल हक, निमाई सिंह चौहान, घुनु हांसदा, आभाष चंद्र गांगुली, झरीलाल हांसदा, सुभाष चन्द्र महतो, हरिनारायण सिंह, रामअवतार सिंह, बेलाल हाशमी, राजेश राम, बनवीर मिश्रा, बिगन सोनी, आदि।
जयनाथ मेहता, बिंदेश्वर रविदास, भुनेश्वर करमाली, संतोष महतो, गणेश महतो, मणिराम मांझी, सोनाराम हेंब्रम, अख्तर अंसारी, श्यामसुंदर महतो, भेखलाल महतो, किशुन मांझी, मोरिस, रीतलाल महतो, बिलसी देवी, पंकज मरांडी आदि महिला-पुरुष उपस्थित थे।
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