एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। आशा कार्यकर्ता को पारितोषिक नहीं 21 हजार रूपये मानदेय देने, फैसिलिटेटर को सरकारी कर्मी का दर्जा देने समेत अन्य मांगों को लेकर समस्तीपुर जिले से सैकड़ों आशा कार्यकर्ता आगामी 21 मार्च को बिहार विधानसभा पर प्रदर्शन में भाग लेंगी।
बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ(गोप गुट) एवं ऐक्टू के बैनर तले विधानसभा आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन में शामिल होने का महत्वपूर्ण निर्णय बैठक में लिया गया।
इसे लेकर 13 मार्च को समस्तीपुर स्थित संघ भवन में आशा कार्यकर्ता की बैठक में निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष तरन्नुम फैजी ने की।
पर्यवेक्षण राज्य अध्यक्ष शशि यादव ने किया। इस अवसर पर बतौर अतिथि ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सह खेग्रामस राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राधिका मेनन, गोप गुट के जिला मंत्री अजय कुमार, आइसा- इनौस प्रभारी सुरेन्द्र प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे।
साथ हीं बैठक में सुनीता कुमारी, अनीता कुमार, फातिमा आदि ने आशा कार्यकर्ताओं की समस्याओं को रखा।
राज्य अध्यक्ष शशि यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि संघ आशा कार्यकर्ताओं की समस्याओं को हमेशा संबंधित विभाग, मंत्री एवं मुख्यमंत्री को अवगत कराती रही है।
आज जो भी उपलब्धि आशा को मिली है, वह संघर्ष की देन है। उन्होंने कहा कि बाकी मांगों को पूरा करने को लेकर आशा कार्यकर्ता एकजुट होकर आगामी 21 मार्च को विधानसभा पर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं से इस कार्यक्रम को तन-मन-धन से सफल बनाने का आह्वान किया।
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