टीकाकरण कार्य में बेहतर प्रदर्शन करने वाले टीम सदस्यों को स्टार के रूप में चिन्हित कर किया जाएगा पुरुस्कृत
संक्रमण के तीसरी लहर को लेकर जागरूकता महत्वपूर्ण-उपायुक्त
एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री (Deoghar district Deputy commissioner Manjunath Bhajantry)2 की अध्यक्षता में 16 जून को जिला अंतर्गत सभी प्रखंडो में तेजस्वनी क्लब द्वारा टीकाकरण को लेकर किए जा रहे कार्यों की वर्चुअल विस्तृत समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने प्रखंडवार तेजस्वनी योजना में कार्यरत ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर, फील्ड को-ऑर्डिनेटर, युथ फैसिलिटेटर(युवा-सूत्रधार), क्लस्टर को-ऑर्डिनेटर, संगी, तेजस्वनी क्लब के सदस्यों द्वारा अपने-अपने क्लस्टरों में शत प्रतिशत टीकाकरण को लेकर किए जा रहें कार्यों से अवगत हुए। विभिन्न प्रखंडो में बेहतर प्रदर्शन करने वाले क्लस्टर के सदस्यों की सराहना करते हुए उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि साप्ताहिक टीकाकरण कार्य में बेहतर तरीके से कार्य करने वाले प्रखंडो के क्लस्टर में कार्यरत युथ फैसिलिटेटर, क्लस्टर को-ऑर्डिनेटर एवं संगी को स्टार के रूप में चिन्हित करते हुए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने देवघर प्रखंड के क्लस्टर संख्या 15 के सभी सदस्यों के शत प्रतिशत टीकाकरण को लेकर अन्य क्लस्टरों को इस दिशा में बेहतर कार्य करने का निर्देश दिया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने कहा कि वर्तमान में टिकना है, तो टीका लें नारा को चरितार्थ करते हुए सबसे पहले सभी 834 क्लब के शेष बचे सदस्य एवं उनके परिजन जल्द से जल्द अपना टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने विभिन्न प्रखंडो के ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर, फील्ड को-ऑर्डिनेटर, युथ फैसिलिटेटर क्लस्टर को-ऑर्डिनेटर, संगी से बातचीत करते हुए उनके कार्य योजना और शत प्रतिशत टीकाकरण को लेकर किए जाने वाले कार्यों से सभी को अवगत कराया। उपायुक्त ने जिले के सभी प्रखंडों में कोविड जागरूकता, वैक्सीनेशन के अलावा बाल विवाह, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या से जुड़े बिंदुओ पर लगातार कार्य करने का निर्देश दिया, ताकि योजना का लाभ किशोरी, बालिकाओं और युवतियों तक सुलभ तरीके से पहुंच सके। उपायुक्त ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि बाल-विवाह प्रतिशेध अधिनियम 2006 के तहत 18 साल से कम आयु की लड़की और 21 साल से कम आयु के लड़के का विवाह दंडनीय अपराध है। यह अपराध गैर जमानती है। उन्होंने कहा कि लोगों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत जागरूक करने की महत्वपूर्ण भूमिका सभी सदस्यों की है। इस अधिनियम के तहत कोई व्यक्ति बाल-विवाह करता है या इसको बढ़ावा देता है और या फिर बाल विवाह करवाने में सहायता करता है तो उसकी जानकारी जिला प्रशासन या जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दे, ताकि ऐसे लोगों को चिन्हित कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा सके।
बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि तेजस्विनी योजना को सिर्फ एक परियोजना समझकर नहीं बल्कि इसे मिशन मानकर कार्य करें, ताकि जिले की किशोरियों को हर स्तर से जागरूक और आत्मनिर्भर बनाया जा सके। उपायुक्त ने सभी प्रखंडो के कुल 100 क्लस्टरों को पूर्ण रूप से सक्रिय करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। बैठक के दौरान बाल-विवाह, दहेज प्रथा, एनीमिया, कन्या भ्रूण हत्या, शौचालय के नियमित उपयोग और सामाजिक सशक्तीकरण के संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए उपायुक्त ने सदस्यों से इस दिशा में जमीनी स्तर पर बेहतर तरीके से कार्य करने का निर्देश दिया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त ने सभी क्लब के सदस्यों को शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के उद्देश्य से कार्य करते हुए तेजस्वनी परियोजना से जुड़े सदस्यों के अलावा सभी 14 से 24 वर्ष की बालिकाओं से अपील किया कि अपने स्तर से लोगों को अपने परिजनों को कोविड टीका लगवाने हेतु प्रेरित करें, ताकि जिले में सभी का टीकाकरण सुनिश्चित किया जा सके। साथ ही वैक्सीनेशन में तेजी लाने के उद्देश्य से पंचायत स्तर पर टोला-टोला में टीकाकरण अभियान में तेजस्वनी क्लब के सदस्य सहयोग दे, ताकि कोविड रणनीति का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा सके और अधिक-से-अधिक लोगो को कोविड से बचाव हेतु टिका लगाया जा सके। उपायुक्त ने शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड वैक्सिन के प्रथम डोज, द्वितीय डोज, कोरोना संक्रमण व वैक्सिनेशन को लेकर जागरूकता के अलावा कोविड नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन, साफ-सफाई व कोविड रोकथाम के प्रति लोगों को जागरूक करने में जिला प्रशासन को सहयोग का आग्रह किया। इन सभी ग्रुपों में संबंधित अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं संबंधित थानों के थाना प्रभारी, जनप्रतिनिधियों, पंचायत स्तर के अधिकारी, कर्मचारियों को जोड़ा गया, ताकि 194 पंचायत में वैक्सीनशन, कोविड टेस्टिंग, स्वास्थ्य व्यवस्था की निगरानी की जा सके, ताकि पंचायत स्तर की आवश्यकताओं को देखते हुए उसे त्वरित पूरा किया जा सके।इस दौरान जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी एबी रॉय, समाज कल्याण पदाधिकारी कनक तिर्की, तेजस्विनी परियोजना के सभी ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, जिला समन्वयक, युवा उत्प्रेरक, तेजस्वनी क्लब के सदस्य, क्लस्टर समन्वयक एवं तेजस्वनी परियोजना के 355 से अधिक सदस्य आदि बैठक में उपस्थित थे।
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