लालगंज में आसमानी बिजली की कड़क से 73 वर्षीय वृद्ध की मौत
अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। विश्व की प्रथम प्रजातांत्रिक गणराज्य वैशाली जिले में आंधी-तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि से व्यापक क्षति हुई है। भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र में आंधी तूफान और ओलावृष्टि से किसानों को करोड़ों रुपयों के फसल का नुकसान का अनुमान है।वहीं, लालगंज के एतवारपुर में आसमानी बिजली की कड़क से हृदयगति रुकने से एक 73 वर्षीय वृद्ध की मृत्यु हो गई।
फसलों के नुकसान की जानकारी मिलने के बाद जिला कृषि विभाग किसानों के नुकसान का आकलन करने में जुट गई है। लालगंज में ठनका की आवाज से एक 73 वर्षीय व्यक्ति की हृदयगति रुक जाने से मृत्यु हो गई। मालूम हो कि जिले के हाजीपुर, भगवानपुर सहित कई प्रखंडों में देर रात हुई आंधी तूफान के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि से किसानों के गेहूं, खैनी सहित अन्य फसलों का नुकसान हुआ है।
वहीं आम में आया मंजर को भी ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। फसलों को हुए नुकसान से किसान काफी आहत हैं। किसानों का कहना है कि सरकार को इस विषय में सोचना चाहिए, क्योंकि इन हालातों में किसान आत्महत्या करने की सोचता है।
बता दें कि, गेहूं का फसल पूरा तैयार होकर खेत में कटनी का इंतजार कर रहा था। इसी बीच बीते 18 मार्च की ओलावृष्टि से गेंहू के फसल को भारी नुकसान हुआ है।
भगवानपुर प्रखंड के किसान रामचंद्र सिंह ने बताया कि किसानों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। ऐसे में किसान सोच रहा है कि क्या करें? क्या नहीं करें। हम लोगों के पास कोई उपाय नही है। सरकार को इस विषय में सोचना चाहिए।
जिला कृषि पदाधिकारी वेदनारायण ने बताया कि कृषि विभाग किसानों को हुए नुकसान का आकलन कर रही है। सरकारी प्रावधान के मुताबिक 33 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान होने पर किसानों को मुआवजा मिलता है। आकलन के बाद कुछ नुकसान होने पर किसानों को मुआवजा मिलता है। आकलन के बाद कुछ भी स्पष्ट कहा जा सकेगा।
बेमौसम हुए बरसात से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। खेतों में तैयार गेहूं के फैसले के साथ तिलहन को भी नुकसान हुई है। फसलों की स्थिति को देखकर किसान मायूस एवं परेशान है। शनिवार की देर रात तेज आंधी के साथ आई बारिश ने किसानों kib कमर ही तोड़ दी है।
इसी प्रकार परसोनिया के किसान सह चिकित्सक डॉ अजय कुमार, सिंघाड़ा के किसान राणा प्रताप सिंह, बृज किशोर सिंह, विरेंद्र सिंह, तरौरा के भोला सिंह, अधिवक्ता प्रमोद कुमार, छतवारा के अंबिका सिंह, मंगुराही के समिति सदस्य श्यामसुंदर चौधरी, कुशहर के सुनील साह सहित अन्य ने बताया कि तेज बारिश के साथ आई आंधी से किसानों का काफी नुकसान हुआ है।
गेहूं की तैयार फसल के साथ तिलहन को व्यापक नुकसान हुआ है। वहीं खेतों में लगी आलू को भी नुकसान हुआ है। बारिश एवं आंधी के कारण गेहूं की फसलें गिर गयी है। फसलों की स्थिति देखकर किसानों ने सरकार से फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर मुआवजा दिलाने की मांग किया है।
बताया जाता है कि देर रात ठनका की तेज आवाज से लालगंज थाना क्षेत्र के एतवारपुर सिसौला गांव के 73 वर्षीय वृद्ध लछनदेव राय की मौत हो गयी।
ग्रामीणों ने बताया कि घर के बगल के ही खेत मे खैनी का पथार पर वो खैनी को बारिश और ओला से बचाने के लिए खैनी की फसल को ढकने गए थे। तभी ठनका की चपेट में आकर गिर गए। आनन फानन में ग्रामीण और स्वजन रेफरल अस्पताल लेकर गए। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। ठनका से हुई मौत से ग्रामीणों में मातम है। वही स्वजनों का रोते रोते बुरा हाल है।
वही देर रात तेज आंधी के साथ हुए बारिश से फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। खेतों में लगी तैयार गेहूं की फसलों के साथ, मक्का के पौधे, आम एवं लिची में लगी मंजर को भी नुकसान पहुंचा है। फसलों की हालात देख किसानों में मायूसी छा गयी है।
बताया जाता है कि बीते 18 मार्च की देर रात तेज आंधी के साथ हुए बारिश से महुआ प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। जिसमें खेतों में लगी तैयार गेहूं की फसलों के साथ काला सरसो (तोड़ी) के फसलों की बर्बादी हुई है। वही आम एव लिची में लगी मंजर धूल फांकने लगा है। फसलों की भारी बर्बादी देखकर किसान मायूस हो गए हैं।
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