प्रबंधन के साथ समझौता के बाद शुरू किया गया सेल ट्रकों का वजन
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। हस्त लदनी कोयला मजदूर संघ कथारा वाशरी शाखा कमिटि द्वारा 16 जनवरी को बोकारो जिला के हद में सीसीएल कथारा कोल वाशरी रोड सेल ट्रकों में पे-लोडर लोडिंग का विरोध करते कांटाघर को बंद कर दिया। आंदोलनरत मजदूर ट्रक रोड सेल स्लरी हैंड लोडिंग की मांग कर रहे थे। बाद में प्रबंधन के साथ संपन्न वार्ता के बाद कार्य शुरु हो सका।
जानकारी के अनुसार हस्त लदनी कोयला मजदूर संघ समर्थित मजदूरों ने सुबह छह से दोपहर एक बजे तक कथारा वाशरी कांटाघर को पुरी तरह बंद कर दिया। बंद के कारण छह घंटे तक कांटा नहीं होने से सेल की सभी खाली ट्रकें कांटाघर के बाहर कतारबद्ध खड़ी रही तथा लोडिंग कार्य ठप रहा।
इस संबंध में आंदोलन कर रहे हस्त लदनी मजदूर संघ के सचिव राजेश रजवार, अध्यक्ष राजेश्वर रविदास ने बताया कि प्रारंभ से ही रोड सेल के स्लरी लोडिंग कार्य में संघ द्वारा पे-लोडर मशीन से लोडिंग का विरोध करते हुए ट्रकों में हैंड लोडिंग कार्य का मांग करते रहा है।
बावजूद इसके प्रबंधन द्वारा पे-लोडर से कुल बाइस हजार टन स्लरी उठाव के लिए डीओ पेपर मंगवाकर कार्य प्रारंभ कर दिया गया। जब इसका पिछले दिनों विरोध किया गया तो क्षेत्रीय प्रबंधन व संघ प्रतिनिधियों के बीच महाप्रबंधक कार्यालय में वार्ता हुई, जिसमें प्रबंधन ने आश्वस्त किया था कि अगले बार हैंड लोडिंग का ऑफर पेपर भेज कर कार्य शुरू किया जायगा।
ऐसा न कर प्रबंधन द्वारा पुनः पे-लोडर से लोडिंग कार्य के लिए पंद्रह हजार टन का सीसीएल मुख्यालय रांची ऑफर भेज दिया गया। जिससे विवश होकर संघ द्वारा आंदोलन कर कांटाघर को बंद करना पड़ा।
इधर प्रबंधन के पहल पर दोपहर बारह बजे परियोजना पदाधिकारी कार्यालय में हस्त लदनी मजदूर संघ, स्थानीय पुलिस प्रशासन व प्रबंधन के बीच समझौता वार्ता संपन्न हुई। जिसमें प्रबंधन द्वारा कहा गया कि संघ के प्रतिनिधियों द्वारा हैंड लोडिंग कार्य के लिए रांची मुख्यालय स्तर पर दबाव बनाने का प्रयास किया जाय।
मुख्यालय से आदेश प्राप्त होते ही परियोजना स्तर से हैंड लोडिंग का ऑफर भेजने का प्रयास किया जायगा। आश्वासन के बाद दोपहर एक बजे से बंद आंदोलन वापस ले लिया गया।
वार्ता में प्रबंधन की ओर से कथारा वाशरी पीओ विजय कुमार, प्रशासन की ओर से कथारा ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार सिंह, हस्त लदनी मजदूर संघ के अध्यक्ष राजेश्वर रविदास, सचिव राजेश रविदास, बांध पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि बबलू यादव, ऋषि साव, आदि।
अमरजीत रविदास, प्रकाश रविदास, खुर्शीद आलम, अनील यादव, चन्द्रिका यादव आदि शामिल थे, जबकि चक्का जाम आंदोलन में उपरोक्त के अलावा शमशेर आलम, मनीलाल सिंह सहित दर्जनों हस्तलदनी मजदूर शामिल थे।
इससे पूर्व स्लरी रोड सेल से जुड़ी दर्जनों महिलाओं ने पीओ से भेंट कर आयेदिन हो रहे कार्य बाधा को दूर करने का आग्रह किया। महिलाओं के अनुसार वे सभी स्लरी लोडिंग से जुड़ी है। ट्रक लोडिंग के बाद मिले मेहनताना के बदौलत उनका घर का दाल रोटी चलता है।
आंदोलन के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। महिला कामगारों का नेतृत्व कथारा पंचायत की पूर्व पंचायत समिति सदस्या संजोति देवी, वार्ड सदस्या आशा देवी, श्रीमती देवी, गौरी देवी आदि कर रही थी।
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