लोकसेवा आश्रम में श्रीहरिहरक्षेत्र यात्रा सह विराट संत सम्मेलन का आयोजन
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण एवं वैशाली जिला के हद में सोनपुर और हाजीपुर में 20 नवंबर को हरिहर क्षेत्र पंचकोसी परिक्रमा का भव्य स्वागत किया गया।
इस अवसर पर सोनपुर से हाजीपुर तक गंडक नदी तट पर हजारों श्रद्धालु भक्त इस परिक्रमा में शामिल हुए, जिसमें पांच दर्जन से अधिक संत – महात्मा शामिल थे।
पंचकोसी परिक्रमा का शुभारंभ बाबा हरिहर नाथ मंदिर से किया गया। सोनपुर के सभी सभी मठ- मंदिरों को नमन करते हुए गाजे -बाजे के साथ यात्रा हाजीपुर के कौनहरा घाट पहुंचा, जहां सभी देवी देवताओं के साथ रामचौरा मंदिर में श्रीराम के चरण पादुका की परिक्रमा की गई। यहां से पुनः हरिहर क्षेत्र की भूमि सोनपुर पहुंचकर कार्यक्रम संपन्न हो गया।
यहां श्रीहरिहरक्षेत्र यात्रा सह विराट संत सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें श्रीगजेंद्र मोक्ष हरिहरक्षेत्र पीठाधिश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य, बिहार प्रदेश उदासीन महामंडल के अध्यक्ष संत विष्णु दास उदासीन उर्फ मौनी बाबा सहित बड़ी संख्या में संत शामिल हुए।
इस परिक्रमा में 8 वर्ष से 80 वर्ष तक के पुरुष एवं महिला शामिल हुए। उक्त जानकारी कार्यक्रम के संयोजक विनोद कुमार यादव ने 20 नवंबर को देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में संरक्षण मंडल के अभिभावक कार्यकारी मंडल के सदस्यों की बहुत बड़ी भूमिका रही है।
लोक सेवा आश्रम के व्यवस्थापक संत शिरोमणि विष्णु दास उदासीन मौनी बाबा ने बताया कि उक्त परिक्रमा भ्रमण में शामिल होने वाले महिला एवं पुरुष को आश्रम में आदर के साथ बुलाकर सनेहपूर्वक प्रसाद ग्रहण कराया गया। बाबा ने यह भी बताया कि पंचकोसी परिक्रमा में राज्य के विभिन्न जिलों के साथ-साथ दूसरे राज्य के भी साधु, संत, महात्मा शामिल हुए।
कार्यक्रम के संयोजक यादव ने बताया कि दूसरे प्रान्त से आए साधु -संतों ने हरिहर क्षेत्र की भूमि एवं बाबा हरिहरनाथ व लोक सेवा आश्रम मे स्थापित भगवान सूर्य एवं शनि देव महाराज का दर्शन किया। पुनः इस भूमि पर अगले वर्ष आने का आश्वासन देकर लौट गए। मौके पर अनिल शर्मा, ज्ञानेंद्र सिंह उर्फ टुनटुन, सूबेदार जी, विनोद कुमार सिंह सम्राट ने कहा कि हरिहर क्षेत्र पंचकोसी परिक्रमा पिछले वर्ष से शुरू किया गया था। अब यह कार्यक्रम नियंत्रर जारी रहेगा।
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