नैहर मिथिला राज विराजे अवधपुरी ससुरारी फिकर हमें काहे की
अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। स्वामिनी सिया जू हमारी फिकर हमें काहे की। नैहर मिथिला राज विराजे अवधपुरी ससुरारी फिकर हमें काहे की हो स्वामिनी सिया जू। हमारी मिथिला की बोली की मिठास ने दर्शक-श्रोताओं को आध्यात्मिक रस से सराबोर कर दिया है।
बिहार के ख्याति प्राप्त भजन सम्राट डॉ दीपक मिश्रा के गाए इस भजन व रामचरितमानस प्रसंग को सुनकर दर्शक-श्रोता झूम उठे और झूम उठा हरिहरक्षेत्र सोनपुर की संपूर्ण धरती।
इस मौके पर उपस्थित दर्शक-श्रोताओं ने मिथिला की मीठी बोली का जमकर रसास्वादन लिया। इस अवसर पर भजन सम्राट डॉ. मिश्रा सारण जिला के हद में हरिहरक्षेत्र सोनपुर के श्रीगजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम दिव्य देश में चल रहे 24 वें श्रीब्रह्मोत्सव सह श्रीलक्ष्मी नारायण यज्ञ के अवसर पर संध्याकालीन बेला में आयोजित प्रवचन के दौरान भजन प्रस्तुत कर रहे थे।
इस मौके पर गजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम दिव्य देश पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामनुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज एवं अन्य संतगण उपस्थित थे।
यहां डॉ मिश्रा ने सर्वप्रथम भगवान श्रीगणेश की वंदना भजन से कार्यक्रम की शुरूआत की। दया करो लम्बोदर दया करो, दूर करो विपत्ति कुमतिया हो गणेश जी के भजन गवनई मनमोहक रही। उन्होंने भजन की प्रस्तुति के दौरान विघ्नहर्ता श्री गणेश को विपत्ति और कुमति दूर करने वाला बताया।
उन्होंने भगवान श्रीगणेश के प्रथम पूज्य होने की विस्तार से चर्चा की और कहा कि जिन पर उनकी कृपा हो जाती है उसके सभी संकटों का लोप हो जाता है।उन्होंने कहा कि श्रीगणेश रिद्धि-सिद्धि दाता हैं।उन्होंने गणेश जी के प्रसंग में यह भी कहा कि भगवान श्रीराम ने विपत्ति आने पर सुमति से काम लिया तो उनकी सभी विपत्तियां टल गईं।
रावण ने कुमति से काम लिया तो देखो क्या हुआ? रहा न कोई कुल रोवन हारा। दर्शक-श्रोताओं पर उनका गाया हुआ भजन गहरा असरकारक रहा। इस मौके पर रमाकांत सिंह, धनंजय सिंह, गोपाल सिंह, बाबा नंदकुमार राय सहित बड़ी संख्या में स्त्री-पुरुषों की जमात प्रवचन सुनने पहुंचे।
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