शिक्षा मानव विकास की मूलभूत आवश्यकता है-सीमा पालित
सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में नोवामुण्डी स्थित पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर में 5 अक्टूबर को अर्द्धवार्षिक परीक्षा का परीक्षा फल प्रकाशित किया गया। परीक्षा फल घोषित करने के मौके पर 440 अभिभावकों की उपस्थिति रही।
जानकारी के अनुसार उक्त विद्यालय के भैया -बहनों का परीक्षा फल शत प्रतिशत रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय विद्यालय की प्रधानाचार्य सीमा पालित एवं परीक्षा प्रमुख लेवनार्ड अल्वेस्टर बोदरा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने सभी भैया बहनों का उत्साह वर्धन किया तथा जिन भैया बहनों का परीक्षा परिणाम अच्छा नहीं रहा, उन्हें अपना धैर्य बनाए रखने एवं निरन्तर प्रयास करने को कहा गया।
प्रधानाचार्य ने उक्त अवसर पर कहा कि शिक्षा मानव समाज के विकास और प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शिक्षा हमारे समाज में विवेक, ज्ञान, समझ और समर्पण की भावना को विकसित करती है। शिक्षा मानवीय सम्पदा को वृद्धि देती है और सभी क्षेत्रों में समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है। कहा कि मानव विकास तथा शिक्षा मानव विकास की मूलभूत आवश्यकता है।
यहां सभी कक्षाचार्यो ने अभिभावको के साथ बैठकर एक छोटी सी बैठक की और सभी को परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन कराया गया। कहा गया कि जिनके रिजल्ट में कुछ भी कमी हुआ है तो आने वाले समय में वे और अच्छा प्रयास करेंगे। अभिभावकों के इस आश्वासन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
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