प्रहरी संवाददाता/मुंबई। वाशीनाका स्थित इस्लामपुरा मदरसा (Islampura Madrasa) में दस्तारबंदी का आयोजित किया गया। इस आयोजन में 3 हाफिजे कुरान की फुलपोशी की गई। इस मौके पर बतौर मेहमान खास मुफ्ती कलीम-उद-दीन साहेब व कारी अब्दुल कादिर मौजूद थे।
उनके अलावा जमा मस्जिद के मदरसा दारुल उलूम कादरिया बरकतिया के सदर जनाब सैय्यद महबूब, नायफ सदर जनाब नूर मोहम्मद मुकासर और सेक्रेटरी सैयद आसिफ, खजांची मोहम्मद अमीन के अलावा और भी हजरत मौजूद थे।
मिली जानकारी के मुताबिक इस्लामपुरा के जमा मस्जिद व मदरसा दारुल उलूम कादरिया बरकतिया में पिछले 20 सालों से दस्तरबंदी का आयोजित किया जाता है। जिसमें हर साल बड़ी संख्या में यहां से हाफिजे कुरान हो कर बच्चे निकलते हैं।
इस बार लॉक डाउन (Lockdown) की वजह से सिर्फ 3 बच्चे ही हाफिजे कुरआन हुए, जिन्हें दस्तारबंदी के दौरान फुलपोशी के साथ नवाजा गया। इस मौके पर मदरसा कमेटी (Madrasa Committee) के लोगों के साथ – साथ बड़ी संख्या में नमाजी व इस इलाके के लोग मौजूद थे। सेक्रेटरी सैयद आसिफ ने बताया की यह मदरसा लोगों के तउन से शुरू किया गया थे।
जो पिछले 20 से सालों से हर साल दस से पंद्रह बच्चे हाफिजे कुरान हो कर फारिग होते हैं। इसे ऐसे भी खा जा सकता है की यहां के बच्चे हाफिज व कारी कि पढ़ाई यानि स्नातक की डिग्री ले कर निकलते हैं।
इन वर्षों में 200 से अधिक छात्र हाफ़िज़ कर देश के विभिन्न हिस्सों में इस्लामिक शिक्षा दे रहे हैं। खास तौर से माहे रमजान के पवित्र महीने में (Holy month of ramadan) तरावी पढ़ा रहे हैं।
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