प्रहरी संवाददाता/तेनुघाट (बोकारो)। सिखों का प्रमुख पर्व वैशाखी यानी खालसा पंध की साजना दिवस को गिरिडीह में भी सिख समाज द्वारा गुरु पर्व मनाया गया। मुख्य गुरुद्वारे में पूरे श्रद्धा भाव और हर्षोल्लास के साथ गुरु पर्व का आयोजन किया गया।
खालसा पंथ का 325वां स्थापना दिवस बैशाखी को लेकर गुरूद्वारा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गयी। इस अवसर पर सबद कीर्तन और लंगर का आयोजन किया गया।
बैशाखी पर्व को लेकर स्टेशन रोड स्थित गुरूद्वारा गुरूसिंह सभा में 14 अप्रैल को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान गुरूद्वारा को आकर्षक रूप से सजाया गया था। मौके पर गुरूग्रंथ साहेब को अच्छे ढंग से सजाया गया था।
इस दौरान देहरादून से भाई हरप्रीत सिंह और उनकी टीम द्वारा कई सबद कीर्तन प्रस्तुत किया गया। जिसे सुनकर सात संगत निहाल हो गई। खालसा पंथ के 325वें स्थापना दिवस को लेकर गुरूद्वारा गुरू सिंह सभा में 12 अप्रैल से अखंड पाठ का आयोजन किया गया था।
इस संबंध में जानकारी देते हुए गुरूद्वारा गुरूसिंह सभा के प्रधान डॉ गुणवंत सिंह मोंगिया ने बताया कि आज के दिन ही 13 अप्रैल 1699 में आनन्दपुर साहेब में खालसा पंथ की स्थापना दसमेश गुरू गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज ने की थी।
आज के दिन उन्होंने लोगों के बीच अमृत का संचार किया था। उन्होंने कहा कि इस दिन को हमलोग बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं। पंजाब में इसे काफी धूमधाम से मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के दिन ही हमारा नया वर्ष शुरू होता है।
इस दौरान गुरूद्वारे में भव्य लंगर का आयोजन किया गया। जिसमें सिख समाज के अलावे अन्य समुदाय के रहिवासियों ने भी हिस्सा लिया। गुरुद्वारे में पहुंचे गिरिडीह के निवर्तमान विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव, भाजपा जिला महामंत्री संदीप दंगायच, सुभाष सिन्हा, सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, भाजपा नेता हरमिंदर सिंह बग्गा आदि को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। लंगर की सेवा समाज सेवी रतन गुप्ता के द्वारा की गई।
मौके पर गुरूद्वारा गुरूसिंह सभा के सचिव नरेंद्र सिंह सलूजा उर्फ सम्मी, चरणजीत सिंह सलूजा, अमरजीत सिंह सलूजा, कुवंरजीत सिंह सलूजा, मंजीत सिंह, गुरविंदर सिंह सलूजा, गुरदीप सिंह बग्गा, परमजीत सिंह कालू, ऋषि सिंह, राजेंद्र सिंह बग्गा के अलावा भाजपा नेता चुन्नू कांत, विनय सिंह, संजय सिंह, प्रोफेसर विनीता कुमारी, समरदीप, ज्योति शर्मा, राजेश जयसवाल, दीपक स्वर्णकार, वीरेंद्र वर्मा समेत काफी संख्या में समाज के महिला-पुरूष व बच्चे मौजूद थे।
133 total views, 1 views today