फिरोज आलम/जैनामोड़(बोकारो)। सरना धर्म (Sarna dharma) कोड की मान्यता के आदिवासी सेंगेल अभियान (ASA) की तरफ से 21 नवंबर को जरीडीह प्रखंड (Jaridih block) के खुटरी पंचायत (Khutri panchayat) अन्तर्गत डाहरडीह गाँव के माझीबाबा लालचंद मुर्मू और बांसगोड़, कुसूलमुण्डू, ठाकुरटांड़, खुटरी लोगों ने सरना धर्म सगाड़ (रथ) का भव्य स्वागत किया।
मौके पर बोकारो जिला मुख्य संयोजक सुखदेव मुर्मू ने कहा कि 15 करोड़ों आदिवासी सरना धर्म मनाने वालों को अभी तक धार्मिक अधिकार सरना धर्म कोड नहीं दिया गया है। सरना धर्म कोड नहीं होने से आदिवासियों को जबरन दुसरे धर्मों को मानने के लिए मजबूर किया जाता है। भारत सरकार 30 नवंबर तक सरना धर्म कोड की घोषणा नहीं करती है तो आदिवासी सेंगेल अभियान (ASA) एवं अन्य संगठनों के साथ मिलकर 6 दिसम्बर को राष्ट्रीयव्यापी रेल/रोड जाम किया जायेगा। सरना धर्म सगाड़ (रथ) में शामिल बोकारो जिला संयोजक भीम मुर्मू, कनारी पंचायत सेंगेल परगना राखो किस्कू, खुटरी पंचायत के लालचंद मुर्मू, संदीप हांसदा, पितम्बर सोरेन, महेश सोरेन, उपेन्द्र हेंब्रम, संजूल मुर्मू, फुलेशवर मुर्मू, दिनेश मुर्मू, राम मुर्मू सहित दर्जनों आदिवासी महिलाएं शामिल थे।
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