शताब्दी महोत्सव को ले संत प्रवर विज्ञान देव की अमृत वाणी सुनने को उमड़ी भीड़
ए. के. जयसवाल/पेटरवार (बोकारो)। विहंगम योग कोयलांचल संत समाज द्वारा बीते 2 अक्तूबर को बोकारो जिला के हद में जीएम कॉलोनी ढोरी स्थित महिला क्लब में एक दिवसीय भव्य आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सर्वप्रथम संत प्रवर विज्ञान देव का देवघर से बेरमो थाना परिसर में पधारने पर कोयलांचल संत समाज के सैकड़ों गुरुभाई, बहनों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। वहां से बैंड बाजा के साथ स्वर्वेद यात्रा श्वेत ध्वज रैली निकाली गई। सैकड़ों शिष्य, शिष्याओं संग संत प्रवर वाहन में सवार मुख्य पथ फुसरो होते आयोजन स्थल पहुंचे। वहां पर भी उनका सहर्ष अगुवाई संत समाज द्वारा की गई।
बताया जाता है कि प्रवेश द्वार में महिला शिष्यों ने विज्ञान देव का स्वागत फूल व आरती से किया गया। इसके बाद सभी की उपस्थिति में श्वेत ध्वज फहराया गया। वहीं भीतर आयोजन स्थल की भव्यता अति आकर्षक रहा। श्रोता दीर्घा पूरी तरह स्थानीय व दूरदराज से आए गुरु शिष्यों, जन-प्रतिनिधियों से भरा था।
इस अवसर पर मंच पर संत प्रवर तथा आगंतुक प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। इस खास मौके पर संत प्रवर विज्ञान देव महराज ने कहा कि वे कश्मीर से कन्या कुमारी तक संकल्प यात्रा के लिए निकले हैं। उन्होंने कहा कि आप सबों की सेवा भावना की जागृति से ही आगामी दिसंबर महीने में होने जा रहे शताब्दी समारम्भ महोत्सव के दौरान पच्चीस हजार कुंडीय महायज्ञ की सफलता संभव है।
उन्होंने उपस्थित समूह को अपने संबोधन में कहा कि हमारे पूर्वज ऋषि, महात्मा रहे हैं, जो हमे अच्छे संस्कारों के लिए प्रेरित करते हैं। कहा कि जिस प्रकार अग्नि की ज्वाला ऊपर की ओर उठती है, उसी तरह मनुष्य को अपने कर्तव्य पथ की ओर अग्रसर रहने की जरूरत है। हम अपने कर्मो से ऊपर उठते है। यही संदेश ऋषियों ने हमे दिया है।
मौके पर पूर्व सांसद रवीन्द्र कुमार पांडेय, गोमियां विधायक डॉ लंबोदर महतो, भाकपा नेता आफताब आलम, जवाहर लाल यादव, आजसू नेता संतोष महतो, विहंगम योग राज्य स्तर के आर के सिंहा, यूपी सिंह, केपी श्रीवास्तव, विहंगम योग संदेश,मासिक पत्रिका के संपादक सुखनंदन सिंह ‘सदय’, कोयलांचल संयोजक आनंद केशरी, आदि।
उप संयोजक प्यारेलाल यादव, बोकारो जिला संयोजक नीलकंठ रविदास, भोला शास्त्री, जानकी प्रसाद यादव, शिवचंद यादव, केपी सिंह, शशिभूषण श्रीवास्तव, वैदेही श्रीवास्तव, मंजू जयसवाल, विकास सिंह, पंचानन साव, नरेश मिश्रा सहित कोयलांचल के विभिन्न क्षेत्रों यथा बोकारो थर्मल, नावाडीह, चंद्रपुरा, जैनामोड़, पेटरवार, अंगवाली, पिछरी, तेनुघाट, कथारा आदि क्षेत्रों से काफी संख्या में शिष्यगण शामिल थे।
234 total views, 1 views today