एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्र द्वारा स्वतंत्रता दिवस से पूर्व 14 अगस्त को मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के तमाम परियोजनाओं में शपथ ग्रहण, सेल्फी सहित विभिन्न विद्यालयों में प्रभात फेरी निकाली गयी।
जानकारी के अनुसार कथारा क्षेत्र के महाप्रबंधक दिनेश कुमार गुप्ता ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत मेरी माटी मेरा देश अभियान के हिस्से के रूप में महाप्रबंधक कार्यालय में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पंच प्रण शपथ दिलाई। इस अवसर पर सभी विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। सभी ने शपथ ली।
उक्त जानकारी देते हुए क्षेत्रीय अधिकारी निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) चंदन कुमार ने बताया कि मेरी माटी मेरा देश-मिट्टी को नमन, वीरों को वंदन का आयोजन सभी परियोजना एवं इकाई में परियोजना पदाधिकारी एवं वरिष्ठम अधिकारी के मार्गदर्शन में संपन्न कराया गया। सभी कार्मिक अधिकारियों की इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही।
उन्होंने बताया कि मेरी माटी मेरा देश का आयोजन देश की स्वतंत्रता और प्रगति की यात्रा की याद में भारत की मिट्टी और वीरता के एकीकृत उत्सव की कल्पना कराता है। अपनी भूमि से जुड़कर और अपने नायकों का सम्मान करके मेरा माटी मेरा देश अभियान राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करेगा और भावी पीढ़ियों को भारत की पोषित विरासत की रक्षा करने के लिए प्रेरित करेगा।
उन्होंने बताया कि मेरी माटी मेरा देश पंचायत/ग्राम ब्लॉक, शहरी, स्थानीय निकाय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर समारोह आयोजित करके देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों को श्रद्धांजलि देने का एक अवसर है।
सीएसआर अधिकारी ने बताया कि कथारा क्षेत्र के द्वारा सभी श्रमिको, अधिकारियों, श्रमिक प्रतिनिधियों, जन प्रतिनिधियों एवं समस्त क्षेत्रवासियों के लिए हर घर तिरंगा एवं मेरी माटी मेरा देश के लिए सेल्फी पॉइंट की व्यवस्था की गयी है, जिसे https://merimaatimeradesh.gov.in/ पर अपलोड कर प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा सकता है।
इसी कड़ी में उनके द्वारा राजेंद्र हाई स्कूल जारंगडीह में सभी छात्र- छात्राओ को पंच प्रण शपथ दिलाया गया तथा हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत प्रभात फेरी आयोजित किया गया।
मेरी माटी मेरा देश-मिट्टी को नमन, वीरों को वंदन का मुख्य उद्देश्य आजादी का अमृत महोत्सव के तहत स्थानीय रहिवासियों में देशभक्ति की भावना जगाना है, ताकि रहिवासियों को तिरंगे को घर लाने और गर्व के साथ फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। स्वतंत्रता के 77वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए।
स्वतंत्रता के 77वें वर्ष में एक राष्ट्र के रूप में सामूहिक रूप से ध्वज को घर लाना न केवल तिरंगे के साथ व्यक्तिगत जुड़ाव का प्रतीक है, बल्कि राष्ट्र-निर्माण के प्रति प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है। इस पहल के पीछे का विचार रहिवासियों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाना और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।
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