सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में सेल की किरीबुरु लौह अयस्क खदान के मुख्य गेट के समीप 6 अक्टूबर की सुबह ग्रेडर मशीन जलकर खाक हो गया। उक्त मशीन की कीमत करोड़ों में बतायी जा रही है।
घटना के संबंध में सूत्रों ने बताया कि उक्त ग्रेडर मशीन को सूरज लाल नामक सेल कर्मी चला रहा था। बताया जाता है कि पिछले कुछ दिनों से जारी निरंतर भारी वर्षा की वजह से खदान के अंदर की कच्ची सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई थी। इसी खराब व गड्ढे में तब्दील सड़क को समतल करने का कार्य किया जा रहा था।
जब ग्रेडर मशीन खदान के प्रवेश गेट के समीप की सड़क को समतल कर रही थी, उसी दौरान उसमें अचानक आग लग गई। आग तेजी से फैलने लगी। बताया जाता है कि ग्रेडर में आग लगते हीं सेल कर्मी चालक सूरज लाल ने कूदकर अपने आप को बचाया। इसके बाद गेट पर तैनात सीआईएसएफ जवानों ने आग बुझाने वाला यंत्र फायर एक्सटिंग्विशर से आग बुझाने में सफलता पाई।
बताया जा रहा है कि ग्रेडर का मेंटेनेंस नहीं होना घटना का मुख्य कारण है। हालांकि स्थानीय सेल प्रबंधन इन आरोपों को सिरे से नकार रहा है। जांच के बाद हीं सच्चाई सामने आ सकता है। परन्तु यह सच है कि ग्रेडर जलने से सेल को करोड़ो की क्षति अवश्यंभावी है।
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