एस.पी.सक्सेना/रांची(झारखंड)(Jharkhand)। गांधी जयंती के अवसर पर झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू एवं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बापू वाटिका स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बापू के प्रिय भजन में शामिल हुए और राष्ट्रपिता को स्मरण किया।
इस अवसर पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि गांधी जी सत्य, न्याय व अहिंसा के लिए जाने जाते थे। वे नारी शिक्षा के पक्षधर थे। आज हमें खुद से पूछना चाहिए क्या हम बापू के बताये मार्ग का अनुसरण कर रहें हैं? वर्तमान में जिस तरह की खबरें आ रहीं हैं, उससे उन्हें प्रतीत होता है कि लोगों में मानसिक परिवर्तन की आवश्यकता है। समय आ गया है इस परिवर्तन का। बापू के बताये मार्ग को आत्मसात कर बदलाव लाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज राष्ट्र के दो महान विभूतियों राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है। ये देश निर्माण के शुरुआती दशक के योद्धा रहे हैं। वर्तमान व आनेवाले समय में भी इनके जैसे व्यक्तित्व का मिल पाना नामुमकिन है। आज के दौर में कहीं न कहीं उनकी कमी खलती है। मौजूदा वक्त में व्यक्तिगत और राजनीतिक रूप से बदलाव देखने को मिल रहा है। कुछ पीड़ादायक हैं तो कुछ खुशी की अनुभूति कराते हैं। ऐसे महान विभूतियों के नहीं होने से व्यवस्थाओं में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। इन महान विभूतियों के विचार कभी मर नहीं सकते। हमें अपने व्यक्तिगत और सामूहिक आचरण में इनके विचारों को अर्जित करना है। यही आचरण समाज, राज्य और राष्ट्र के लिए श्रेयस्कर होगा।
211 total views, 1 views today